कौमी पत्रिका
         सिख फौजियों को टोपी पहनाकर ,
सरकार ,सिखों की पहचान खत्म करना चाहती है  ?
 गुरचरन सिंह बब्बर :
नई दिल्ली, 19 जनवरी   पंजाब  देश और दुनिया भर के सिख नेताओं ने भारतीय सेना में सिख फौजियों को पगड़ी के ऊपर या नीचे लोहे की टोपी पहनने की भारत सरकार के  फैसले की कड़े शब्दों में निंदा की है
सिख कौम की सभी बड़ी धार्मिक , राजनीतिक , और सामाजिक संस्थाओं के नेताओं ने एक स्वर में कहा है कि यह केंद्र सरकार का सिख धर्म पर बड़ा सुनियोजित हमला है जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा सिख कौम के सभी बड़े नेताओं ने अपने बयानों में बड़े तल्ख अंदाज में कहा है की यह सिख कौम की सदियों पुरानी परम्परा और मर्यादा को खत्म करने की एक सोची समझी साजिश है 
इस खबर के मीडिया में आते ही सिख फौजियों के परिवारों में बहुत ज्यादा बेचैनी फैल गई है , इस विशेष संवाददाता को यह खबरें भी मिल रही हैं की सेना में सिख फौजियों के अंदर भी इस लोहे की टोपी को लेकर भारी धार्मिक द्वंद चल रहा है जो देश के हित में नहीं होगा ।
दूसरी तरफ देश और दुनिया भर के गुरुद्वारों में भारत सरकार के इस फैसले की जबरदस्त प्रतिक्रिया हो रही है ।
सिख कौम की सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब जी के जत्थेदार सिंह साहेब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भारत सरकार को खबरदार करते हुए कहा है कि सिख फौजियों के सर पर
हेलमेट पहनने का सरकारी आदेश सिख कौम और खालसा पंथ पर सोचा समझा हमला माना जाएगा, उन्होंने कहा कि सदियों से गुरु के लाल बहादुर सिख पगड़ी पहन कर देश के दुश्मनों के साथ जंग लड़ते रहे हैं श्री अकाल तख्त साहिब श्री अमृतसर साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भारत सरकार से अपील की है कि वह अपने इस गलत धर्म विरोधी फैसले को तुरंत वापस ले, इसके साथ-साथ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी  श्री अमृतसर साहिब के सभी बड़े सिख नेताओं ने केंद्र सरकार को सिख विरोधी करार दिया है दूसरी तरफ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका तथा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल सेक्टरी सहित सभी सिख नेताओं ने एकजुट होकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है ,
भारत सरकार द्वारा सिख फौजियों को जबरन सर पर हेलमेट पहनने को लेकर शिरोमणि अकाली दल  के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज एक बार फिर जोरदार शब्दों में कहा है कि शिरोमणि अकाली दल बादल केंद्र सरकार की इस धर्म विरोधी कार्रवाई का जबरदस्त विरोध करेगा ।
इस विशेष संवाददाता को ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सिख फौजियों के सर पर हेलमेट का मामला धीरे-धीरे समूची सिख कौम के अंदर आग सुलगा रहा है यह मामला सिखों के घरों में मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ है और सिखों के अंदर एक आम चर्चा चल रही है कि अगर सरकार ने सिख फौजियों पर जबरन लोहे की टोपी पहनने की शर्त लगा दी तो सिख फौजियों को नौकरी छोड़कर घर वापस आ जाना चाहिए । दूसरी तरफ सरकार की मित्र मंडली की तरफ से टीवी चैनलों और सोशल मीडिया  पर बड़े योजनाबद्ध तरीके से सिख फौजियों के हेलमेट को लेकर सरकार के फैसले की जमकर  तारीफ की जा रही है इसके साथ साथ टीवी चैनलों के एंकर भी सरकार की पीठ को थपथपा रहे हैं जिससे आने वाले दिनों में केंद्र सरकार और सिखों के बीच में टकराव का एक बहुत बड़ा मामला देखने को मिल सकता है जो राष्ट्र हित में नहीं होगा जिसे तुरंत रोका जाना चाहिए ।
ज्ञात रहे की सिख फौजियों के हेलमेट को लेकर अभी तक लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख राष्ट्रीय नेता  खामोश बैठे हैं ।

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