सचिन पायल और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बीच में नए पार्टी अध्यक्ष के नाम को लेकर भी मतभेद सभी के सामने आ गए हैं। दोनों की पसंद अलग है। एक की पसंद राहुल गांधी हैं तो दूसरे की पंसद प्रियंका हैं।
गहलोत ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार दो दिन में आधा दर्जन वरिष्ठ नेताओं से बात की है। यह सभी पार्टी की पहली पंक्ति के नेता है। गहलोत ने एक बातचीत में कहा,राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग लम्बे समय से हो रही है। हर वर्ग और कार्यकर्ता चाहता है कि राहुल कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाले । ये पहला अवसर नहीं है जब गहलोत ने समय देखकर इस तरह का बयान देकर गांधी परिवार का विश्वास जीतने का प्रयास किया हो,इससे पहले वह कई बार कह चुके कि गांधी परिवार ही कांग्रेस को एकजुट रख सकता है।
पिछले दिनों जयपुर में एक कार्यक्रम में गहलोत ने कहा था,मेरा इस्तीफा स्थाई रूप से सोनिया गांधी के पास रखा है। सूत्रों के अनुसार गहलोत ने कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों के बीच राहुल को पार्टी का नेतृत्व दिए जाने पर सहमति बनाने को लेकर बातचीत की है। वह अगले दो दिन में राज्यों के नेताओं से इस सम्बन्ध में बात करेंगे । गहलोत के विश्वस्त कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा आदिवासी नेताओं में राहुल के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। मीणा ने छत्तीसगढ़ और झारखण्ड के नेताओं के साथ अलग-अलग चर्चा कर रहे हैं।