
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लागू किए ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के नियमों को तोड़ने में सरकारी महकमे ही अव्वल हैं। आम लोगों द्वारा नियमों की अवहेलना किए जाने पर भारी-भरकम जुर्माना लगाया जा रहा है, वहीं सरकारी विभागों पर कोई सख्ती नहीं है। सोहना रोड पर फ्लाईओवर निर्माण व सड़क चौड़ीकरण, अतुल कटारिया चौक फ्लाईओवर निर्माण और महाबीर चौक अंडरपास निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है। इन जगहों पर उड़ने वाली धूल लोगों का दम घोंट रही है, लेकिन जिम्मेदार विभागों द्वारा पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। लगातार शहर में हवा की गुणवत्ता खराब होती जा रही है। प्रदूषण का स्तर अगर इसी तरह बढ़ता रहा तो सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। बता दें कि एनसीआर में प्रदूषण में इजाफा होने के कारण 15 अक्टूबर से ग्रेप लागू हो चुका है। खुले में कचरा जलाने, खुले में निर्माण सामग्री रखने और निर्माण कार्याें के दौरान पानी का छिड़काव नहीं करने पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है। इन सड़कों से गुजरते हैं हजारों वाहन