JULY 5, 2021
दुनिया के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर अभिमन्यु मिश्रा का लक्ष्य शतरंज का विश्व चैंपियन बनना है। भारतीय मूल के 12 वर्षीय अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु (12 साल, 4 माह, 25 दिन) बुधवार को रूस के सर्गेई कर्जाकिन (12 साल, सात माह, 2002) का 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बने थे। न्यूजर्सी में रहने वाले अभिमन्यु जानते हैं कि विश्व चैंपियन बनने तक की राह काफी लंबी है। इसीलिए अगले तीन वर्षों में उनका ध्यान सुपर ग्रैंडमास्टर बनने पर है। उन्होंने कहा कि मेरा अंतिम लक्ष्य विश्व विजेता बनने का है। लेकिन उससे पहले में 15 वर्ष से पहले में सुपर ग्रैंडमास्टर बनना चाहता हूं।