मुंबई, 05 जून, 2023 – ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी प्रदाता भारत पेट्रोलियम कॉर्पाेरेशन लिमिटेड और अशोक लेलैंड ने ईडी7 (7 प्रतिशत इथेनॉल के साथ मिश्रित डीजल) फ्यूल की प्रभावशीलता को जांचने के लिए एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश की बायो-फ्यूल आधारित अर्थव्यवस्था को बदलना और एक स्टेबल एनर्जी मिक्स हासिल करना है।
बीपीसीएल के रिसर्च और डेवलपमेंट विंग द्वारा विकसित ईडी7 (7 प्रतिशत इथेनॉल के साथ मिश्रित डीजल) फ्यूल मिक्स में 93 फीसदी डीजल और 7 फीसदी इथेनॉल शामिल है। मिश्रण का अशोक लेलैंड के सहयोग से इंजन टेस्ट बेंच पर कठोर परीक्षण और सत्यापन किया गया है।
बीपीसीएल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री जी. कृष्णकुमार, ने कहा, ‘‘नेट ज़ीरो के प्रति हमारे देश की प्रतिबद्धता के अनुरूप आगे बढत्रते हुए बीपीसीएल अग्रणी ऑटोमोटिव ओईएम, अशोक लेलैंड और हीरो मोटोकॉर्प के सहयोग से स्वच्छ ईंधन विकास कार्यक्रम के तहत सस्टेनेबल फ्यूल से संबंधित विकल्प विकसित कर रहा है। बीपीसीएल ने देश भर के कई शहरों में ई20 की आपूर्ति शुरू कर दी है। अशोक लेलैंड की बसों के लिए पायलट ईडी7 (7 प्रतिशत इथेनॉल के साथ मिश्रित डीजल) और दोपहिया वाहनों के लिए हीरो मोटोकॉर्प के साथ फ्लेक्स फ्यूल (ई27 और ई85) को आज हरी झंडी दिखाना बीपीसीएल द्वारा आयात बिल को कम करने और सस्टेनेबिलिटी प्रदान करने के हमारे देश के उद्देश्य की दिशा में एक कदम है। इथेनॉल के बढ़ते उपयोग से किसान अन्नदाता से ऊर्जादाता में बदल रहे हैं। हमें इस बात की खुशी है कि इस बार विश्व पर्यावरण दिवस पर बीपीसीएल बेहतर कल के लिए स्वच्छ ईंधन की ओर बढ़ने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है।’’
बीपीसीएल के डायरेक्टर (मार्केटिंग) श्री सुखमल जैन ने कहा, ‘‘बीपीसीएल फ्यूल रिटेलिंग से संबंधित पहलों में हमेशा अग्रणी रहा है, जो एक सस्टेनेबल फ्यूचर की दिशा में परिवर्तन का नेतृत्व कर रहा है। ईडी7 (7 प्रतिशत इथेनॉल के साथ मिश्रित डीजल) और फ्लेक्सी फ्यूल का फील्ड पायलट बड़ी कृषि आबादी की आर्थिक समृद्धि और भारत की जीडीपी में इसके योगदान को बढ़ाने के साथ-साथ एक स्वच्छ और हरित भविष्य में बदलाव लाने के लिए एक महत्वाकांक्षी पहल है।’’
अशोक लेलैंड ने ईडी7 (7 प्रतिशत इथेनॉल के साथ मिश्रित डीजल) ईंधन का उपयोग करके अपने इंजनों पर व्यापक प्रयोगशाला परीक्षण किए हैं। ईडी7 फ्यूल ने पार्टिकुलेट मैटर और नाइट्रोजन ऑक्साइड सहित प्रदूषण के स्तर में उल्लेखनीय कमी दर्शाई है। इंजन में किसी भी महत्वपूर्ण परिवर्तन की आवश्यकता के बिना मिश्रण को डीजल वाहनों द्वारा मूल रूप से अपनाया जा सकता है। पायलट कार्यक्रम के बाद, ईंधन के व्यावसायिक कार्यान्वयन की दिशा में रोडमैप विकसित करने के लिए एआरएआई, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। भारत में आसानी से उपलब्ध इथेनॉल के साथ इस अध्ययन का लक्ष्य देश के लिए ऊर्जा बिल को कम करने के उद्देश्य से डीजल में 7 प्रतिशत तक इथेनॉल मिश्रण स्थापित करना है।
हीरो मोटोकॉर्प ने मोबिलिटी का भविष्य होने के अपने विजन के अनुरूप जयपुर में अपने सेंटर ऑफ इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी (सीआईटी) में फ्लेक्स-फ्यूल प्रोटोटाइप विकसित किया है। 125सीसी बीएस6 इंजन से लैस वाहन इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल मिश्रण पर आसानी से चल सकता है, अगर इथेनॉल का मिश्रण 20 प्रतिशत (ई20) से 85 प्रतिशत (ई85) के बीच हो। फ्लेक्स-फ्यूल प्रोटोटाइप ईंधन में इथेनॉल मिश्रण का पता लगाने के लिए उन्नत सॉफ्टवेयर का उपयोग करता है और तदनुसार इंजन कंट्रोल पैरामीटर एडजस्ट करता है, जिससे वाहनों को चलाना आसान होता है और सवार को किसी तरह की परेशानी नहीं होती। संपूर्ण ब्लेंड रेंज में इंजन के प्रदर्शन और उत्सर्जन को लेकर कोई समझौता नहीं किया गया है।
बीपीसीएल, अशोक लेलैंड और हीरो मोटोकॉर्प द्वारा उठाए गए कदमों से एक हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गई हैं। ये कदम अक्षय ऊर्जा से संबंधित टैक्नोलॉजी को बढ़ावा देने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने, और आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने के सरकार के विजन के अनुरूप उठाए गए हैं।