april 19,
पाकिस्तान की नेशनल असैंबली में इमरान खान को कुर्सी से उखाड़ फेंकने को पीटीआई कबूल नहीं कर रही है। नेशनल असैंबली के स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और अब राष्ट्रपति भी पाकिस्तान के सदर के बजाए पीटीआई के वर्कर के तौर पर अपना रवैया दिखा रहे हैं।यह पाकिस्तान ही है जहां डेमोक्रैसी की शक्ल में डिक्टेटरशिप चल रही है। जहां डिक्टेटर के तौर पर अपदस्थ पीएम इमरान खान हैं और राष्ट्रपति आरिफ अलवी और दीगर संवैधानिक पदों पर बैठे लोग मुल्क के लिए नहीं बल्कि अभी तक इमरान खान के ही इशारों पर काम कर रहे हैं।अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान की मंशा है कि किसी भी तरह शहबाज शरीफ की सरकार को गैर जायज ठहराकर मुल्क में प्रेसिडेंट रूल लागू करवा दिया जाए। इसी बीच कोई चुनी हुई सरकार न होने का फायदा उठा कर राष्ट्रपति आरिफ अलवी इमरान खान के चहेते जनरल को आर्मी चीफ बना दें फिर उसकी मदद से पाकिस्तान की सत्ता पर फिर से कब्जा कर सकें और शरीफ-जरदारी खानदान को जेल की सलाखों के पीछे डाल दे।