किसान संबंधी कानून के खिलाफ सरहिंद रेलवे जंक्शन पर किसानों का चल रहा रेल रोको आंदोलन रविवार को 18वें दिन भी जारी रहा। धरना का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन बस्सी ब्लॉक प्रधान जसपाल सिंह कर रहे हैं। पूर्व नगर काउंसिल प्रधान शेर सिंह ने कहा कि यूपी से कोई ट्रक पंजाब में नहीं घुसने दिया जाएगा। इस दौरान किसान जत्थेबंदियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर किसान विरोधी कानून रद्द करने की मांग दोहराई। भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के जिला प्रधान गुरमीत सिंह रुड़की ने कहा कि केंद्र सरकार किसान विरोधी सरकार है। किसान रेलवे लाइनों पर डटे बैठे हैं। काले कानून को रद्द करवाके ही धरने से उठा जाएगा। कानून रद्द ना किया गया तो किसान जत्थेबंदियां दिल्ली रवाना होंगी। मौके पर सुरिंदर सिंह लोहारी, बलविंदर सिंह घेल, हरभजन सिंह,नायब सिंह, महिंदर सिंह रेलों, जोगिंदर सिंह, सुरजीत सिंह, जगतार सिंह, कुलवंत सिंह मौजूद थे।
सीएम सिटी में 60 करोड़ की लागत से बनेगा अत्याधुनिक बस स्टैंड
पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (पीआरटीसी) की बैठक वीरवार को चेयरमैन केके शर्मा की अगुवाई में हुई। इसमें उन्होंने बताया कि सरहंद बाइपास राजपुरा रोड पर जल्द ही करीब 60 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक बस स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा। सीएम अमरिंदर सिंह बस स्टैंड की नींव रखेंगे। बस स्टैंड के निर्माण के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा। कॉरपोरेशन में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा। इन सभी बसों को दिल्ली, जयपुर, अजमेर, मनाली, शिमला और हरिद्वार जैसे रूटों पर चलाया जाएगा। इससे पीआरटीसी की आमदनी में इजाफा होगा। उन्होंने बताया कि अब सरकार द्वारा बसों में 50 फीसदी सवारियों को बैठाने की शर्त खत्म कर दी गई है। बैठक में बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स के मेंबर और अधिकारी मौजूद रहे।
पंजाबी यूनिवर्सिटी में सितंबर की तनख्वाह न मिलने पर शिक्षकों ने वीसी दफ्तर के सामने दिया धरना
पंजाबी यूनिवर्सिटी अध्यापक संघ (पुटा) ने मंगलवार को वीसी दफ्तर के आगे धरना देकर नारेबाजी की। इस मौके पर सितंबर की तनख्वाह अभी तक न मिलने पर रोष जताया गया। पुटा ने पंजाब सरकार से यूनिवर्सिटी को 500 करोड़ की ग्रांट देने की मांग की है। पुटा प्रधान डा. निशान सिंहम दियोल ने कहा कि यूनिवर्सिटी की ओर से लगातार पंजाब सरकार को 500 करोड़ रुपये की विशेष ग्रांट देने की पैरवी की गई है, ताकि अध्यापकों व मुलाजिमों को तनख्वाह और पेंशनरों को समय पर पेंशन मिल सकें। सरकार की ओर से अब तक इस संबंधी कोई कदम नहीं उठाया गया है। इससे अध्यापकों को सितंबर की तनख्वाह अब तक नहीं मिली हैं। मांग की कि यूनिवर्सिटी को वित्तीय संकट से निकालने के लिए 500 करोड़ की ग्रांट देने बारे स्थिति तुरंत स्पष्ट की जाए। साथ ही मांग की कि यूनिवर्सिटी की खुदमुख्तियारी को बरकरार भी रखा जाए। पुटा ने मांग की कि मुलाजिमों व अध्यापकों की तनख्वाह व पेंशनरों की पेंशन तुरंत जारी की जाए, क्योंकि त्योहारों का सीजन नजदीक है। ऐसे में उनके लिए अपने परिवारों का गुजारा करना मुश्किल हो रहा है।