नई दिल्ली। लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले भारतीय हॉकी स्टार पीआर श्रीजेश ने कहा कि टोक्यो में जीता गया कांस्य पदक पेरिस में जीते गए पदक से ज्यादा उनके दिल के करीब है क्योंकि तीन साल पहले ऐसा लगा कि दशकों तक सुनने के बाद कोई पौराणिक कहानी सच हो गई। पेरिस में भारत के अभियान के अंत के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कहने वाले 36 वर्षीय गोलकीपर श्रीजेश इस बार पदक के रंग से थोड़े निराश हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि टीम को बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।
Trending
- Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर बहनों को भाइयों के घर जाने में नहीं होगी असुविधा, रोडवेज प्रशासन ने निकाली विशेष बसें…
- ‘द रॉयल्स’ वेब सीरीज में नजर आएंगे भूमि पेडनेकर और ईशान खट्टर, जीनत अमान भी लौट आईं
- Share Market: घरेलू बाजार दो सत्र की गिरावट के बाद शुरुआती कारोबार में संभले
- Kanpur के Green Park स्टेडियम से पहली बार होगा Test Match का डिजिटल प्रसारण…इस कार्य के लिए BCCI की अनुमति का हो रहा इंतजार
- Paris Olympics 2024 : पीआर श्रीजेश की 16 नंबर की जर्सी को रिटायर करेगा हॉकी इंडिया, जूनियर राष्ट्रीय कोच की भूमिका निभाएंगे
- टोक्यो कांस्य पदक का महत्व अधिक, हमें पेरिस में स्वर्ण पदक जीतना चाहिए था : पीआर श्रीजेश
- PAK vs BAN : बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट की मेजबानी खाली स्टेडियम में करेगा पीसीबी, जानिए वजह
- Kolkata Rape-Murder Case: बंगाल में चिकित्सकों की हड़ताल जारी, ओपीडी प्रभावित