नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करने पर 2047 तक नए भारतीय युग में विकसित देशों के समान भारत में सभी मुख्य विशेषताएं होंगी और विकसित भारत विचारों, प्रौद्योगिकी और संस्कृति के जीवंत आदान-प्रदान का केंद्र बनकर न केवल भारतीयों बल्कि शेष विश्व के लिए समृद्धि लाएगा।
सीतारमण ने यहां तीन दिवसीय कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा, “यदि हम उपमहाद्वीप के सभ्यतागत इतिहास को देखें तो भारतीय युग कोई नई घटना नहीं है। एक हजार वर्षों से भारत ने दर्शन, राजनीति, विज्ञान और कला का एक सांस्कृतिक क्षेत्र बनाया है, जो विजय के माध्यम से नहीं बल्कि हमारी सांस्कृतिक भव्यता के माध्यम से सीमाओं के पार फैला है। इस अवधि के दौरान, शेष विश्व ने भारत की सॉफ्ट पावर का लाभ उठाया और 2047 में विकसित भारत विचारों, प्रौद्योगिकी और संस्कृति के जीवंत आदान-प्रदान का केंद्र बनकर न केवल भारतीयों बल्कि शेष विश्व के लिए समृद्धि लाएगा।”