। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अमेरिका के विदेश, रक्षा, राजकोषीय और वाणिज्य विभागों और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के शीर्ष अधिकारियों के साथ मिल कर सैन्य साझीदारी के अवसरों का विश्लेषण किया तथा वाणिज्य और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में चर्चा की।
विदेश सचिव मिस्री ने अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के लिए 27-29, मई तक वाशिंगटन की यात्रा की। यह यात्रा 13 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की यात्रा के बाद हुई थी जिसके दौरान दोनों पक्षों ने 21वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका समझौता (सैन्य साझीदारी के अवसरों का विश्लेषण, त्वरित वाणिज्य और प्रौद्योगिकी) का शुभारंभ किया था।
उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पवन कपूर भी भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। विदेश मंत्रालय के अनुसार अपनी यात्रा के दौरान विदेश सचिव मिस्री ने विदेश विभाग, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, रक्षा विभाग, राजकोषीय विभाग और वाणिज्य विभाग के समकक्षों के साथ व्यापक चर्चा की।