महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री और वरिष्ठ एनसीपी नेता धर्मरावबाबा आत्राम ने अहेरी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी भाग्यश्री और दामाद ऋतुराज हलगेकर को ‘विश्वासघात’ के लिए प्राणहिता नदी में फेंक देना चाहिए। यह बयान अजीत पवार की उपस्थिति में दिया गया। आत्राम ने अपनी बेटी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाग्यश्री एनसीपी-एसपी में शामिल हो सकती हैं और उनके खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं। यही वजह है कि आत्राम ने अपने भाषण में अपनी बेटी और दामाद पर कड़ी टिप्पणी की।
आत्राम का गुस्सा और धमकी
आत्राम ने अपनी बेटी और दामाद के खिलाफ तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया और कहा कि लोगों को उनके राजनीतिक महत्व को समझना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग उनकी पार्टी छोड़ देते हैं, उन्हें नकारना चाहिए। उनका कहना था कि “उन पर भरोसा मत करो। वे मेरी बेटी को मेरे खिलाफ खड़ा कर रहे हैं।”
प्राणहिता नदी में फेंकने की धमकी
आत्राम ने अपने भाषण में यह भी कहा, “इन लोगों ने मुझे धोखा दिया है। उन्हें प्राणहिता नदी में फेंक देना चाहिए। एक लड़की जो अपने पिता की नहीं हो सकी, वह आपके लिए क्या कर सकती है?” उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में व्यक्तिगत रिश्तों को महत्व नहीं दिया जाना चाहिए।
अजीत पवार की नसीहत
एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पवार ने धर्मरावबाबा आत्राम की बेटी भाग्यश्री को सलाह दी कि वे अपने पिता के खिलाफ कदम न उठाएं। अजीत पवार ने कहा, “पूरा परिवार धर्मराव बाबा के साथ है। भाग्यश्री को चाहिए कि वे अपने पिता के साथ ही रहें और गलत फैसले से बचें।”
इस घटनाक्रम ने पार्टी के भीतर और बाहर एक नई बहस को जन्म दिया है और आने वाले समय में इसका असर चुनावी राजनीति पर पड़ सकता
है।