स्वतंत्रता दिवस पर स्वयं सहायता समूहों के जरिए महिलाओं द्वारा तैयार एक लाख 87 हजार तिरंगे जिले में फहराए जाएंगे। 98 स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तेजी से तिरंगा झंडा तैयार कर रही हैं। इन्हें 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत घरों व प्रतिष्ठानों में लगाया जाएगा। इससे एक तरफ जहां स्वयं सहायता के जरिए महिलाओं की आर्थिक प्रगति होगी और वह आत्मनिर्भर बनेंगी। वहीं उनमें नया आत्मविश्वास भी आएगा।
संस्कृति मंत्रालय इस वर्ष 13 से 15 अगस्त तक राष्ट्रीयता की भावना से हर घर तिरंगा अभियान चला रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य सभी नागरिक को राष्ट्रप्रेम की भावना को जागृत करना है। हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत प्रत्येक सरकारी भवन को सजाया जाएगा। साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर संबंधित विभागों में भी जागरूकता सत्र का आयोजन किया जाएगा।
ग्राम प्रधान को शत प्रतिशत घरों और दुकानों, शैक्षणिक संस्थानों,आगनबाड़ी केंद्रों व राशन की दुकान पर झंडा फहराने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही सभी सरकारी भवन पर तिरंगा लाइटिंग कराई जाएगी। इस अभियान को सफल बनाने का जिम्मा महिलाओं ने संभाल लिया है। अलग- अलग 98 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तिरंगा झंडा बनाया जा रहा है। स्वयं सहायता समूहों में 996 महिलाएं इस कार्य में शामिल हैं।
उन्हें एक लाख 86 हजार 782 हजार तिरंगा बनाने का आर्डर अकेले सिर्फ पंचायती राज विभाग ने दिया है। इन झंडों को विभाग द्वारा निर्धारित मूल्य पर खरीदा जाएगा। इसके अलावा भी अन्य विभाग भी समूहों से संपर्क कर तिरंगा बनाने का आर्डर देने में आगे आते दिख रहे हैं। जिले के सभी नगर पंचायत व नगर पालिका अपने क्षेत्र के प्रमुख चौराहों पर भी झंडा लगाएगी। जिला मिशन प्रबंधक विशाल तिवारी ने बताया कि समूह की महिलाओं ने झंडा बनाने का काम शुरू कर दिया है। सभी को झंडे के आकार के बारे में जानकारी दी जा चुकी है।
राखियां भी तैयार करने में जुटीं समूह की महिलाएं
रक्षाबंधन के पर्व को लेकर समूह की महिलाएं राखियां भी तैयार करने में लगी हुई है। तैयार राखियों को सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर स्टॉल लगवाकर इन बिक्री कराई जाएगी। इससे भी समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर होने में मदद मिलेगी। हर साल समूह की महिलाएं तिरंगा झंड़ा बनाने के साथ पड़ने वाले रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए बड़े स्तर पर कच्चा माल लाकर रंगबिरंगी राखियां तैयार करती हैं। और उसे बाजार में भी उतारती हैं। महंगी राखियों के बीच समूह की तैयार यह राखियां कम दाम में लोगों को आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
पंचायती राज विभाग द्वारा 1.87 लाख तिरंगा झंड़ा तैयार करने का आर्डर समूह की महिलाओं को दिया गया है। जिसे महिलाएं तेजी से तैयार कर रही हैं। निर्धारित मूल्य पर प्रति झंडे के हिसाब से संबंधित विभाग इसका भुगतान भी करेगा। इसके अलावा राखियां भी महिलाएं तैयार करने में लगी हैं। इनकी बिक्री के लिए ब्लॉकों पर स्टॉल लगवाए जाएंगे.