उत्तराखंड : चंपावत जिले में बुधवार देर रात से हो रही भारी बारिश के चलते गुरुवार सुबह भूस्खलन की घटना सामने आई है, जिसने टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे को पूरी तरह से बंद कर दिया है। इस भूस्खलन से पहाड़ी से मलबा गिरकर हाईवे पर फैल गया, जिससे गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई हैं और यातायात बाधित हो गया है। सामाजिक कार्यकर्ता हरिश्चंद्र तिवारी के अनुसार, यह भूस्खलन गुरुवार सुबह लगभग 5 बजे संतोला के पास हुआ। उन्होंने बताया कि बुधवार रात से क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है, जिसने भूस्खलन की स्थिति को और बिगाड़ दिया।
Highlight :
- चंपावत जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन
- टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे को पूरी तरह से बंद
- भूस्खलन से पहाड़ी से मलबा गिरकर हाईवे पर फैला
उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। विभाग ने 12-13 सितंबर को चमोली जिले में भारी बारिश की आशंका जताई है, जबकि उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में मध्यम बारिश की संभावना है। भारी बारिश को देखते हुए देहरादून, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर के स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया गया है।
चंपावत जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश
प्रशासन ने चंपावत जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है और लोगों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है। साथ ही, नदी और नालों के पास जाने से भी मना किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी रोहित थपलियाल ने कहा कि चंपावत और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं को भी मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा करने की हिदायत दी गई है।
प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को सामान्य करने का प्रयास जारी
भूस्खलन की इस घटना और मौसम विभाग के चेतावनी के मद्देनजर, प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं और प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों और यातायात विभाग को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके।