CM Dhami: उत्तराखंड में साल 2025 में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होने वाला है। 38वें राष्ट्रीय खेल 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक उत्तराखंड में होंगे। वहीं 25 अक्टूबर 2024 को भारतीय ओलंपिक संघ की आम सभा की प्रस्तावित बैठक में इसका पूरा कार्यक्रम जारी किया जायेगा। राष्ट्रीय खेलों के साथ ही विंटर नेशनल गेम का आयोजन भी उत्तराखंड में किया जायेगा।
Highlights
- CM Dhami ने पीटी उषा से की मुलाकात
- 38वें राष्ट्रीय खेलों की जिम्मेदारी मिलने पर जताया आभार
- 28 जनवरी से लेकर 14 फरवरी 2025 तक खेलों के आयोजन
CM Dhami ने पीटी उषा से की मुलाकात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नई दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा से मुलाकात की। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की जिम्मेदारी मिली है, इसके लिए उन्होंने भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा का आभार व्यक्त किया। साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने उन्हें श्री बद्रीनाथ और श्री केदारनाथ के दर्शन के लिए भी आमंत्रित किया। इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा एवं स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री धामी ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “यह हमारे लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है कि उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की जिम्मेदारी मिली है। आज मैंने ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा जी से मुलाकात की है। मैं उनका बहुत धन्यवाद करता हूं। आज उन्होंने हमें पूरी तरीके से आश्वस्त भी कर दिया कि 28 जनवरी से लेकर 14 फरवरी 2025 तक खेलों के आयोजन के लिए स्वीकृति दी गई है, बाकी यहां पर उनकी जरनल बॉडी की जो मीटिंग होगी। 25 अक्टूबर को इसका स्वरूप जारी कर दिया जाएगा हम अपनी तरफ से पूरे तरीके से तैयार हैं, हमारा इंफ्रास्ट्रक्चर पहले से ही तैयार है और हमने भी पूरी तैयारी कर ली है। यह खेल बहुत भव्य तरीके से होंगे।”
सीएम धामी ने राष्ट्रीय खेल के प्रति युवाओं में भरी उत्साह
सीएम धामी ने आगे कहा, “पहले के जो राष्ट्रीय खेल हुए हैं, वहां के जो भी खेल हुए हैं, उन अनुभव से भी हम और अच्छा करने की कोशिश करेंगे, जो हमारे गोवा में हुए हैं या गुजरात में हुए हैं। वह अनुभव भी हमारे काम आएंगे हमारा प्रयास होगा। अभी तक हुए खेलों में सबसे अच्छा करने की कोशिश करेंगे। हर तरीके से जो भी अच्छे से अच्छी सुविधा हो सकती है। अच्छे से अच्छा जो हमारे खिलाड़ियों के लिए हो सकता है और देश भर के लोगों के लिए आने के लिए उत्तराखंड वैसे भी देवभूमि है, सब देवभूमि आएंगे, देवभूमि के लोगों का भी मनोबल बढ़ेगा और हमारे सभी खिलाड़ियों को अच्छा मंच मिलेगा। राष्ट्रीय खेलों से देवभूमि के नवोदित खिलाड़ी अपने आप को तैयार करेंगे, हम उनको भी आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे।”