Seat Allocation In Parliament : संसद में सीटों के आवंटन को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस की तरफ से अग्रिम पंक्ति की सीटों के आवंटन पर सवाल खड़े किए गए हैं। इसके अलावा सीटों के आवंटन को लेकर सहमत फार्मूले में बदलाव को लेकर आरोप लगाया है। कांग्रेस के मुताबिक हर 28 सदस्यों पर अग्रिम पंक्ति की एक सीट आवंटित की जानी थी। इस फॉर्मूले के आधार पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को छोड़कर इंडिया ब्लॉक को सात सीटें ऑफर की गईं थी। संसद में सीटों का विवरण इस तरह से किया गया था कि विपक्ष के नेता को एक, कांग्रेस को तीन, सपा को दो और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) को एक सीट मिली थी। लेकिन जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की तरफ से दावा किया गया है कि बाद में समाजवादी पार्टी की एक सीट कम कर दी और फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद को दूसरी पंक्ति में भेज दिया।
सीटों आवंटन को लेकर विपक्ष ने किया विरोध
ससंद में सीट आवंटन में संशोधन का कांग्रेस और सपा दोनों ने ही औपचारिक रूप से विरोध किया है। वहीं इस मामले को संबंधित मंत्री के समक्ष उठाया है। इसके अलावा विपक्ष में भी इस मामले को लेकर अनबन है। जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी कथित तौर पर कांग्रेस से नाखुश है क्योंकि वह सरकार पर दबाव नहीं बना रही है। मीडिया से बात करते हुए समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के सामने भी यह मुद्दा उठाया है और उनसे अग्रिम पंक्ति में एक और सीट देने का आग्रह किया है।
‘कांग्रेस पार्टी से नाराज नहीं हूं’
सीट आवंटन को लेकर कांग्रेस और सपा में अनबन की खबरें हैं। इसका आरोप अखिलेश यादव ने बीजेपी पर लगाया है। उन्होंने भाजपा पर फूट पैदा करने का आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने कहा कि, मैं कांग्रेस पार्टी से नाराज नहीं हूं. हालांकि, संसद में सीटों की व्यवस्था करने वाले लोगों को इस पर विचार करना चाहिए। भाजपा इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों के बीच फूट डालने की कोशिश कर रही है। भाजपा नहीं चाहती कि इंडिया गठबंधन एकजुट रहे. सीटों की व्यवस्था कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. जब भी जरूरत होगी हम इसे सुलझा लेंगे।