पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों पर अपना शिकंजा कसते हुए एनआईए ने तीन आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
एनआईए ने कहा कि आरोपी वाजिद अली, मुबारिक अली और शमशेर खान ने अन्य सह-अभियुक्त व्यक्तियों के साथ मिलकर मुसलमानों को हिंसक कृत्य करने के लिए हथियार चलाने और उपयोग करने का प्रशिक्षण देने की साजिश रची है। वाजिद अली, मुबारिक अली और शमशेर खान को 2047 तक भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करने के लिए पीएफआई के लिए हथियार प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने में शामिल पाया गया है।
तीन आरोपियों ने बनाई गई झूठी कहानी का फायदा उठाया। अपने सह-अभियुक्तों द्वारा और अन्य समुदायों के व्यक्तियों के खिलाफ ‘चयनात्मक हिंसा’ के कृत्यों को प्रेरित करने और बढ़ावा देने के लिए भोले-भाले युवाओं को हथियारों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इससे पहले एनआईए ने मोहम्मद नाम के आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। आसिफ, सादिक सर्राफ और मो. सोहेल पर आईपीसी की धारा 120बी, 153ए और यूए(पी) अधिनियम की धारा 13, 17, 18, 18ए और 18बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।