एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि महिपालपुर में एक सैलून के अंदर देहव्यापार किया जा रहा है. इसके बाद एक पुलिसकर्मी को नकली ग्राहक बनाकर भेजा गया. उसने सौदा तय करने के बाद बाहर मौजूद पुलिस टीम को सूचित कर दिया. टीम ने छापा मारकर इस रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया.
यहां से एक ग्राहक अमरजीत द्विवेदी (21), दलाल राहुल कुमार (22) और सैलून में मैनेजर के तौर पर काम करने वाली एक महिला शिल्पी (40) को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही एक लड़की को बचाकर उसे महिला सुधार गृह में भेज दिया गया है. पुलिस इस मामले में केस दर्ज करने के बाद जांच कर रही है
बताते चलें कि जुलाई में दिल्ली पुलिस ने मालवीय नगर के रिहायशी इलाके में चल रहे एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था. इस मामले के पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही यहां से 10 लड़कियां भी मिली थीं. इनमें तीन को छोड़कर बाकी लड़कियां उज्बेकिस्तान की रहने वाली थीं.
डीसीपी विचित्र वीर के मुताबिक, उनकी टीम को किसी अज्ञात शख्स के जरिये जानकारी मिली थी कि मालवीय नगर में एक सेक्स रैकेट चल रहा है. इस सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम ने इस रैकेट के बारे में जानकारी जुटाई, लेकिन इस गैंग के लोग इतने शातिर थे कि किसी अनजान शख्स से बात नहीं करते थे.
इनका कोई वॉट्सएप ग्रुप भी नहीं था. इसके बाद किसी तरह पुलिस ने इस गैंग से बात की और फिर अपना पुलिसकर्मी को ग्राहक बना कर भेजा. इसके बाद जैसे ही पुलिसवाले ने अंदर बात की और लड़कियां देखीं, तो उसने बाहर मौजूद अपनी टीम को इशारा कर दिया, जिसके बाद टीम ने रेड कर दिया.
यहां उज्बेकिस्तान के रहने वाले एक दलाल शेर अली को पुलिस ने पकड़ा, जो नौकरी के बहाने लड़कियों को जाल में फंसा कर भारत लाता था. लड़कियां एक बार भारत आ जाती थीं, तो उनको अजिजा और अहमद मिलाया जाता था. ये दोनों लड़कियों को सेक्स रैकेट में धकेलने का काम करते थे.