Ghaziabad News : अभी पूजा को उसके पति द्वारा दी गई मौत की कहानी पुरानी भी नहीं हुई है, विजयनगर थाने से ही फिर एक पति के द्वारा पत्नी को ठिकाने लगवाने की खबर सामने आई है। थानाक्षेत्र के मिर्जापुर गांव से महिला बेशक ढाई साल से गायब है, लेकिन उसकी बेटी अब हिम्मत जुटाकर पुलिस को तहरीर दे पाई है। शादीशुदा फिजा अपने पति अरमान के साथ विजयनगर थाने पहुंची और पुलिस के सामने मां फिरदौस की मौत की पूरी कहानी बयां की। मामले में पुलिस ने पिता और चचेरे भाई समेत सात को नामजद किया है। हालांकि शव बरामद नहीं होने के कारण पुलिस ने हत्या की आशंका और अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है।
ढाई साल मां की हत्या का राज छिपाया
फिजा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि उसकी मां फिरदौस 1 नवंबर, 2021 की सुबह मेरी बहन हुमैरा को स्कूल छोड़ने निकली थी। मां ने ऊमा मॉडर्न स्कूल में हुमैरा को तो छोड़ दिया लेकिन वापस नहीं लौटी। अगले दिन पिता इंतजार ने विजयनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी, पुलिस के रिकॉर्ड में ढाई साल बाद भी फिरदौस गुमुशदा ही है, जबकि फिजा ने तभी अपने पिता और भाई के बीच हुई बातचीत सुनकर यह जान लिया था कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं है और वह यह भी समझ चुकी थी कि मुंह खोला तो पिता और मां मेरा भी यही हश्र करेंगे। फिजा का कहना है कि उसने यह बात उस समय बहन सिमरन को जरूर बताई थी लेकिन यह भी समझा दिया था कि इस समय मुंह खोलने का मतलब जान से हाथ धोना होगा।
किराए के हत्यारों से मरवाया था मां को
फिजा ने तहरीर में बताया है कि पिता और भाई ने मां की हत्या की सुपारी गांव के ही सोनू, परवेज, जेपी उर्फ अरशद, नौशाद और सलीम को दी थी।पिता ने मां को ठिकाने लगाने के लिए एक प्लॉट बेचकर पैसे का इंतजाम किया था। फिजा को यह बात भी पिता और भाई की गुफ्तगू से पता चल गई थी, वो कह रहे थे कि प्लॉट तो गया पर काम ठीक हो गया। उन लोगों ने शव भी ऐसी जगह फेंका है, जहां कोई न ढूंढ पाए। फिरदौस अब गुमशुदा ही रहेगी।
पिता शराबी, भाई रखता था गलत नजर
फिजा का कहना है कि उसके पिता इंतजार शराबी हैं। मां को खर्च के लिए पैसे तक नहीं देते थे। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद रहता था। मां ने हारकर कोर्ट से खर्च दिलवाने की गुहार लगाई थी। चचेरा भाई शादाब मां-पिता के संबंधों की खटास का फायदा उठाता था और मुझ पर गलत नजर रखता था। चचेरे भाई ने भाड़े के हत्यारों से मां की हत्या का सौदा किया था। फिजा और उसकी बहन सिमरन ढाई साल तक डर के चलते चुप रहीं। अब फिजा ने पुलिस को तहरीर दी है ताकि मां के कातिलों को सजा मिल सके।
मां के भाग जाने की अफवाह उड़ाई
फिजा का कहना है कि पिता और चचेरे भाई ने मामले पर पर्दा डालने के लिए यह अफवाह उड़ाई थी कि उसकी मां किसी के साथ भाग गई है। एक दिन फिजा ने अपने पिता और शादाब को बात करते सुना कि सोनू, परवेज, जेपी उर्फ अरशद, नौशाद और सलीम को पैसे देकर फिरदौस को उठवाकर मरवा दिया है और ऐसी जगह लाश ले जाकर फेंकी है कि कोई तलाश भी नहीं कर सकता। फिजा की शिकायत पर विजय नगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।