CAG Report: दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को पेश की गई कैग रिपोर्ट को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान शराब नीति के चलते 2000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने बयान देते हुए कहा कि कैग रिपोर्ट से भी गंभीर मामले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उजागर किए हैं।
क्या बोले संदीप दीक्षित ?
संदीप दीक्षित ने कहा कि कैग की रिपोर्ट में शराब नीति को लेकर जो बातें सामने आई हैं, वे पहले से ही सार्वजनिक हैं। उन्होंने दावा किया कि इस नीति के तहत शराब ठेकेदारों को अनुचित लाभ दिया गया। जानाकारी के मुताबिक पता चलता है कि कैसे नियमों में हेरफेर कर कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाया गया। जहां दो दुकानों की अनुमति होनी थी, वहां 54 लाइसेंस दिए गए। शराब की बिक्री को उन इलाकों में केंद्रित किया गया, जहां से ज्यादा मुनाफा हो सकता था। और अगर इसे ध्यान से पढ़ा जाए, तो और भी कई बातें निकलकर सामने आएंगी।”

CAG Report: कैग रिपोर्ट पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित का बड़ा बयान
शराब नीति के पीछे बड़े गठजोड़ का दावा
संदीप दीक्षित ने दावा किया कि ठेकेदारों, दक्षिण भारत के शराब माफिया और आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं के बीच सांठगांठ थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह नीति इनकी आपसी सहमति और लेनदेन के बाद बनाई गई थी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि कैग की रिपोर्ट में इस सांठगांठ का जिक्र नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, “जब कोई नीति गलत तरीके से बनाई जाती है, तो उसके पीछे कोई न कोई मकसद जरूर होता है। इस मामले में भी ठेकेदारों और शराब निर्माताओं के बीच मिलीभगत साफ दिखती है।”
ममता बनर्जी के बयान से किनारा
महाकुंभ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर संदीप दीक्षित ने दूरी बना ली। उन्होंने कहा, “मैं इस पर विश्वास नहीं करता। हालांकि, मुझे 144 धारा वाली कोई सच्चाई नजर नहीं आती। कुंभ हर 12 साल में और अर्धकुंभ हर 6 साल में होता है। यह चार स्थानों पर आयोजित किया जाता है। जो भी 144 वाली खबरें फैलाई जा रही हैं, मैं उन्हें नहीं मानता। यह पूरी तरह से आस्था का विषय है, इसमें अधिक कुछ कहने की जरूरत नहीं है।”