भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण पंजाब में रात के तापमान में गिरावट जारी है और ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी को ध्यान में रखते हुए मौसम विभाग ने इस मौसम में बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की है।
यह जानकारी सिविल सर्जन रूपनगर तरसेम सिंह ने दी। इस अवसर पर डॉ. तरसेम सिंह ने अपील की कि शीतलहर से सबसे ज्यादा बुजुर्ग और छोटे बच्चे प्रभावित होते हैं। ठंड के कारण उन्हें कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए बुजुर्गों और हृदय रोग के रोगियों को सुबह और देर शाम के समय अधिक ठंड और कोहरा होने पर पैदल चलने या घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए और ठंड के मौसम में दोपहिया वाहनों का उपयोग कम करना चाहिए। इस मौसम में छोटे बच्चों को निमोनिया होने का खतरा अधिक होता है और ठंड के कारण छोटे बच्चों को उल्टी- दस्त की समस्या भी हो सकती है। इसलिए बच्चों की देखभाल पर विशेष ध्यान देते हुए छोटे बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले गर्म कपड़े पहनाएं, साथ ही पैरों में टोपी और मोजे पहनाएं।
उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में कभी भी घर के बंद कमरे में अंगीठी जलाकर आग नहीं जलानी चाहिए, क्योंकि आग जलाने से कार्बन मोनोआक्साइड गैस पैदा होती है और इससे बंद कमरे में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। जो हमारे लिए घातक भी हो सकता है। इस मौसम में गर्म कपड़े 2-3 परतों में पहनने चाहिए ताकि शरीर का तापमान सामान्य बना रहे। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए थोड़े-थोड़े समय तक कोसा या आवश्यकतानुसार गुनगुना पानी पिएं, संतुलित आहार लें।