नई दिल्ली, 28 फरवरी 2024 ! भारत सरकार ने नरसिम्हा राव को भारत रत्न का अवार्ड देने की घोषणा करके दुनिया भर के सिखों को बुरी तरह आहत किया है , नवंबर 1984 में हजारों निर्दोष सिखों का कत्लेआम करवाने में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव की बहुत बड़ी भूमिका थी , उस वक्त स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई साहब , माननीय श्री लालकृष्ण आडवाणी जी और विपक्ष के सभी बड़े सम्मानित राष्टऊीय नेता बार-बार कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव से मिलने का टेलीफोन पर वक्त मांगते रहे किंतु नरसिम्हा राव ने बहुत देर के बाद मिलने का वक्त दिया इससे पहले नरसिम्हा राव का ऑफिस सारे विपक्ष के नेताओं से कहता रहा कि उनके पास अभी मिलने का वक्त नहीं है जब नरसिम्हा राव विपक्ष के नेताओं से मिले तो विपक्ष के सभी नेताओं ने नरसिम्हा राव से कहा कि स्थितियां बहुत बिगड़ गई हैं और निर्दोष सिखों का कत्लेआम हो रहा है आप फौज को तुरंत बुलाए , इस पर नरसिम्हा राव ने विपक्ष के नेताओं से कहा नहीं-नहीं स्थितियां मेरे कंट्रोल में है और सब ठीक है जबकि उस वक्त तक पांच हजार निर्दोष सिखों की हत्याएं करवा दी गई थी ,हजारों सिख परिवार बुरी तरह जख्मी हुए , सैंकड़े गुरद्वारे और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जलाएं गए, सैंकड़ों औरतों के साथ रेप किए गए, सिखों की अरबों खरबों रुपयों की संपत्ति जला दी गई और लूट ली गई, दिल्ली पुलिस उस वक्त कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव के हाथ में थी और दिल्ली पुलिस ने नरसिम्हा राव के आदेश पर , मारे गए सिखों की लाशें घर वालों को नहीं दी , एफ आई आर नहीं लिखी , पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया , शमशान घाटों पर सिखों की लाशों का अंतिम संस्कार नहीं किया गया , सिख धर्म के मुताबिक धार्मिक प्रक्रिया पूरी करने के लिए किसी भी गुरुद्वारा साहब से किसी भाई और ग्रंथी साहिब को नहीं बुलाया गया था , सिखों का कत्लेआम करने वाले तो कत्लेआम करके चले गए ,और उसके उपरांत सिखों की लाशों को कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव के आदेश पर इक_ा करके ट्रकों में भर-भर कर दिल्ली के आसपास अरावली की पहाड़ियों और जंगलों में ले जाकर पेट्रोल , डीजल और केमिकल डालकर फूंक दिया था और भारत सरकार ने अब हज़ारों सिखों के हत्यारे कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव को भारत रत्न का पुरस्कार देने की घोषणा करके देश और दुनिया भर के सिखों को बुरी तरह जख्मी कर दिया है , यह भारत सरकार का बहुत ही गलत फैसला है जिसका सिख कौम जमकर विरोध कर रही है !
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हजारों सिख परिवार बुरी तरह जख्मी हुए , सैंकड़े गुरद्वारे और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जलाएं गए, सैंकड़ों औरतों के साथ रेप किए गए, सिखों की अरबों खरबों रुपयों की संपत्ति जला दी गई और लूट ली गई, दिल्ली पुलिस उस वक्त कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव के हाथ में थी और दिल्ली पुलिस ने नरसिम्हा राव के आदेश पर , मारे गए सिखों की लाशें घर वालों को नहीं दी , एफ आई आर नहीं लिखी , पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया , शमशान घाटों पर सिखों की लाशों का अंतिम संस्कार नहीं किया गया , सिख धर्म के मुताबिक धार्मिक प्रक्रिया पूरी करने के लिए किसी भी गुरुद्वारा साहब से किसी भाई और ग्रंथी साहिब को नहीं बुलाया गया था , सिखों का कत्लेआम करने वाले तो कत्लेआम करके चले गए ,और उसके उपरांत सिखों की लाशों को कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव के आदेश पर इक_ा करके ट्रकों में भर-भर कर दिल्ली के आसपास अरावली की पहाड़ियों और जंगलों में ले जाकर पेट्रोल , डीजल और केमिकल डालकर फूंक दिया था और भारत सरकार ने अब हज़ारों सिखों के हत्यारे कांग्रेस सरकार के गृहमंत्री नरसिम्हा राव को भारत रत्न का पुरस्कार देने की घोषणा करके देश और दुनिया भर के सिखों को बुरी तरह जख्मी कर दिया है , यह भारत सरकार का बहुत ही गलत फैसला है जिसका सिख कौम जमकर विरोध कर रही है !