Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले में हुई नक्सली मुठभेड़ और इसके परिणामस्वरूप मध्य प्रदेश में सुरक्षा बढ़ाए जाने पर आधारित है। इसमें बताया गया है कि मुठभेड़ के बाद 31 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, और आगे भी कुछ शव मिलने की संभावना है। यह घटना छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में नक्सली गतिविधियों के बढ़ने का संकेत देती है, जिससे मध्य प्रदेश में भी सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है।
मध्य प्रदेश के इलाकों में बढ़ी निगरानी
बता दें कि छत्तीसगढ़ से सटे मध्य प्रदेश के इलाकों में सुरक्षा बलों ने निगरानी बढ़ा दी है। खासकर बालाघाट, डिंडौरी और मंडला जैसे आदिवासी अंचलों में नक्सली गतिविधियां देखी गई हैं। मंडला अब नक्सलियों का नया गढ़ माना जा रहा है, और इन इलाकों को खास तौर पर चिन्हित कर वहां सुरक्षा और मजबूत की जा रही है। कान्हा नेशनल पार्क का जिक्र करते हुए कहा गया है कि नक्सली यहां के जंगलों में मूवमेंट करते हैं, खासकर मालीखेड़ा और भैंसागढ़ रेंज में उनकी गतिविधियां बताई जा रही हैं, हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ाई गई पेट्रोलिंग
मध्य प्रदेश के एंटी नक्सल आईजी अंशुमान सिंह के हवाले से बताया गया है कि राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है और छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मुठभेड़ के बाद नक्सली मध्य प्रदेश में प्रवेश न कर सकें। आखिरी हिस्से में छत्तीसगढ़ की मुठभेड़ के दौरान मारे गए नक्सलियों की संख्या और आगे की कार्रवाई के बारे में बताया गया है। इस घटना के बाद से सुरक्षा बलों की सतर्कता बढ़ा दी गई है और संवेदनशील क्षेत्रों पर खास निगरानी रखी जा रही है।