प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बिहार चुनाव परिणाम ने सभी राज्य सरकारों को स्पष्ट संदेश दिया है कि उनकी विकास नीतियां ही उनकी पार्टियों का भविष्य निर्धारित करेंगी, चाहे वे ‘वामपंथी, दक्षिणपंथी या मध्यमार्गी’ दल हों। छठा रामनाथ गोयनका व्याख्यान देते हुए मोदी ने उन लोगों पर भी कटाक्ष किया जो उन्हें और भाजपा को हमेशा ‘‘चुनावी मोड’’ में रहने वाला कहते हैं। उन्होंने कहा कि चौबीसों घंटे विकास और लोगों की संवदेनाओं के प्रति कटिबद्ध रहने का ‘भावनात्मक मोड’ ही है जो भाजपा को चुनाव जिताता है। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं राज्य सरकारों को निवेश आकर्षित करके और विकास को बढ़ावा देकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने के लिए दृढ़तापूर्वक प्रोत्साहित करता हूं।’’
मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि नक्सलवाद एवं माओवादी आतंकवाद का समर्थन करने वाली ताकतें देश में अपनी जमीन खो रही हैं, लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी में उनकी पकड़ मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले पांच दशकों से भारत का लगभग हर राज्य माओवादी आतंक से प्रभावित रहा है। दुर्भाग्य से, कांग्रेस ने उन लोगों को बढ़ावा देना चुना जो भारतीय संविधान में विश्वास नहीं रखते।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने प्रमुख संस्थानों में ‘शहरी नक्सलियों’ को शामिल किया।

