डोडा के अस्सर वन क्षेत्र में बुधवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी शहीद हो गए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कैप्टन दीपक ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया और आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए अपने जवानों को निर्देश देते रहे। हालांकि, उन्होंने कहा कि आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी के कारण कैप्टन को गोली लग गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि कैप्टन ने गंभीर चोटों के कारण दम तोड़ दिया और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
जानकारी देते एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कैप्टन दीपक ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया और तलाशी अभियान शुरू होने के दौरान स्काउट्स के पीछे तीसरे व्यक्ति थे। उन्होंने कल रात और आज सुबह भी आतंकवादी समूह पर गोलीबारी की। गोली लगने के बावजूद वह अपने जवानों को गाइड करते रहे। फिलहाल इस बीच इलाके में तलाशी अभियान जारी है।