चंडीगढ़, 19 फरवरीः पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक, यूटी, चंडीगढ़, श्री बनवारी लाल पुरोहित, ने श्रद्धेय जैन संत आचार्य विद्यासागर महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है, जिन्होंने कल अंतिम सांस ली। राज्यपाल ने पूरे जैन समुदाय और आचार्य विद्यासागर महाराज की शिक्षाओं का अनुसरण करने वाले उनके अनुयायियों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की।
आध्यात्मिक गुरू, आचार्य विद्यासागर महाराज, अहिंसा और सद्भाव का संदेश फैलाने के लिए अपने गहन ज्ञान, करुणा और समर्पण के लिए जाने जाते थे। उनकी शिक्षाओं, उपदेशों, लेखन और कविताओं ने अनगिनत लोगों के जीवन पर एक अमिट छाप छोड़ी है, जिससे लोगों को नेकी और सदाचार का जीवन जीने की प्रेरणा मिली है।
राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित ने कहा की, “आचार्य विद्यासागर महाराज का निधन न केवल जैन समुदाय के लिए बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके अनुकरणीय जीवन और शिक्षाओं ने कई लोगों को शांति और ज्ञान का मार्ग दिखाया है। हम उनकी विरासत को हमेशा संजोकर रखेंगे और उन मूल्यों को कायम रखेंगे जिनका उन्होंने हमेशा समर्थन किया।’’
आचार्य विद्यासागर महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित ने सभी से उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करने और करुणा, अहिंसा और मानवता की सेवा के उनके आदर्शों का अनुकरण करने का आह्वान किया।