Raja Bhaiya On Owaisi Statement: उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने हिंदुओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। दरअसल, राजा भैया महाकुंभ में पहुंचे थे। उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के पूर्व में दिए गए बयान का जिक्र किया। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, हैदराबाद के नेता ने कहा था कि अगर पुलिस हटा दी जाए तो 15 मिनट में पता चल जाएगा। आप (हिंदू) 100 करोड़ हैं, हम (मुसलमान) 25 करोड़ हैं। देखते हैं कौन जीतता है। राजा भैया ने इसी बयान का जिक्र कर समर्थन किया है।
हिंदू समाज से किया ये आह्वान
दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राजा भैया ने हिंदू समाज से आत्मरक्षा, शस्त्र धारण करने और सामाजिक सुधार पर ध्यान देने का आह्वान किया। राजा भैया ने कहा कि संस्कृतियों की रक्षा केवल शास्त्रों से नहीं हो सकती, बल्कि शस्त्रों का होना भी जरूरी है। कुंडा विधायक ने उदाहरण देते हुए कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय को एक लुटेरे ने नष्ट कर दिया था, जहां महीनों तक पुस्तकें जलती रहीं। उन्होंने भगवान राम और शिवाजी महाराज जैसे व्यक्तित्वों का जिक्र करते हुए कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए शस्त्र धारण करना हमारी परंपरा रही है।
राजा भैया ने कहा कि हैदराबाद के नेता के बयान पर अगर गंभीरता से विचार करें तो काफी हद तक वह सही हैं। अगर ऐसा हुआ तो एक झटके में करीब आधे हिंदू खत्म हो जाएंगे। कुंडा विधायक ने पूछा कि हमारे पास क्या है? हम न तो वंश बढ़ा रहे हैं। न ही हथियार जमा कर रहे हैं। इन मामलों में उन्होंने कहा कि मुसलमान हिंदुओं से आगे हैं। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान कुंडा विधायक राजा भैया ने हिंदू समाज के समक्ष वर्तमान चुनौतियों और आवश्यक सुधारों पर अपने विचार व्यक्त किए।
हिंदू समाज से किया ये आह्वान
दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राजा भैया ने हिंदू समाज से आत्मरक्षा, शस्त्र धारण करने और सामाजिक सुधार पर ध्यान देने का आह्वान किया। राजा भैया ने कहा कि संस्कृतियों की रक्षा केवल शास्त्रों से नहीं हो सकती, बल्कि शस्त्रों का होना भी जरूरी है। कुंडा विधायक ने उदाहरण देते हुए कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय को एक लुटेरे ने नष्ट कर दिया था, जहां महीनों तक पुस्तकें जलती रहीं। उन्होंने भगवान राम और शिवाजी महाराज जैसे व्यक्तित्वों का जिक्र करते हुए कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए शस्त्र धारण करना हमारी परंपरा रही है।