नेशनल डेस्क : असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा है। हाल ही में संसद में हुई बहस के दौरान राहुल गांधी ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयान पर गंभीर आपत्ति जताई थी। राहुल गांधी ने कहा था कि अनुराग ठाकुर ने उनकी जाति के बारे में सवाल किया था, जिससे सदन में भारी हंगामा खड़ा हो गया था। इस मुद्दे पर सियासी गलियारों में राहुल गांधी की जाति को लेकर खूब चर्चा हो रही है।
बिना जाति पूछे जाति जनगणना कैसे की जा सकती है ?
रांची में आयोजित सभा में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले राहुल गांधी पत्रकारों से उनकी जाति के बारे में सवाल किया करते थे, लेकिन अब जब लोग उनसे उनकी जाति के बारे में पूछते हैं तो उन्हें परेशानी होती है। सरमा ने कहा, “राहुल गांधी जाति जनगणना की बात करते हैं, लेकिन जब उनसे उनकी खुद की जाति पूछी जाती है तो उन्हें यह अच्छा नहीं लगता। आखिरकार, बिना जाति पूछे जाति जनगणना कैसे की जा सकती है?”
जाति जनगणना होगी, तो गांधी को भी अपनी जाति बतानी होगी
हिमंत विश्व सरमा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को अपने विचारों में स्थिरता लानी चाहिए और दूसरों से वही व्यवहार की अपेक्षा करनी चाहिए जो वे खुद के लिए चाहते हैं। उनका यह बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा रहा है और राहुल गांधी के समर्थक और विरोधी दोनों ही इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने राहुल गांधी से एक और तीखा सवाल पूछा है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी कहते हैं कि वह जाति जनगणना करवाएंगे, लेकिन अपनी जाति नहीं बताएंगे। यह कैसे संभव है?” सरमा ने आगे कहा कि अगर जाति जनगणना होगी, तो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भी अपनी जाति बतानी होगी।
राहुल गांधी ने ठाकुर पर अपमान करने का आरोप लगाया
आपको बता दें कि मंगलवार को जाति जनगणना पर कांग्रेस के रुख पर सवाल उठाते हुए बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा था, “जिन्हें अपनी जाति का पता नहीं है, वे जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं।” इस टिप्पणी के बाद लोकसभा में भारी हंगामा हुआ और कुछ कांग्रेस सांसद गुस्से में आ गए। राहुल गांधी ने इस बहस के दौरान अनुराग ठाकुर पर अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अनुराग ठाकुर ने मेरा अपमान किया है और मैं उनसे माफी नहीं चाहता। आप मुझे जितना गाली देना चाहें दे सकते हैं या अपमानित कर सकते हैं, लेकिन यह मत भूलिए कि हम इस संसद में जाति जनगणना को अवश्य पारित करेंगे।”