अच्छी बात ये है कि नमो भारत ट्रेन के परिचालन शुरू होने के बाद यात्रियों को और भी बेहतर सुविधांए मिल सकेंगी। साथ ही बता दें कि अगले चरण में साहिबाबाद से दिल्ली के सराय काले खां तक रैपिड रेल के संचालन की योजना है। इस खंड में ट्रैक बिछाने का 50 फीसदी अधिक और सिविल कार्य का सौ फीसदी तक काम पूरा हो चुका है। इस समय स्टेशनों पर फिनिशंग और विद्युतीकरण का काम बेहद तेजी से किया जा रहा है। माना जा रहा है कि सब कुछ अगर योजना के अनुसार चला तो मार्च- 2025 तक दिल्ली जाने वाले यात्रियों को भी इस रूट का लाभ मिल सकेंगा।
एनसीआरटीसी अफसरों के मुताबिक विस्तार के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं। सुरक्षा संबंधी सभी प्रमाणपत्र भी मिल गए हैं। मेरठ साउथ स्टेशन (भूड़बराल) भी तैयार है। अफसरों का कहना है कि जून के आखिरी सप्ताह तक मेरठ साउथ तक संचालन शुरू करने की तैयारी है। सुविधा को और बढ़ाने के लिए स्टेशन क्षेत्र के चारों ओर सर्विस लेन के निर्माण के साथ-साथ प्रवेश और निकास द्वार के पास पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी। स्टेशन को तीन स्तरों पर संरचित किया गया है।
लक्ष्य जून-2025
प्लेटफॉर्म, ग्राउंड, कॉनकोर्स और फर्श का काम जल्द ही काम पूरा होने वाला है। प्री-फैब्रिकेटेड स्टेशन की छत स्थापित करने के प्रयासों के साथ-साथ उपकरण स्थापना भी जारी है। तकनीकी कमरे पहले ही तैयार हो चुके हैं। परतापुर से मेट्रो ट्रेन परिचालन शुरू होने से पड़ोसी क्षेत्रों के निवासियों के लिए कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा। अभी नमो भारत साहिबाबाद से मोदीनगर नॉथ के बीच 34 किमी. के खंड में संचालित है। इसमें आठ स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ और मोदीनगर नॉथ शामिल हैं। पूरे कॉरीडोर पर जून-2025 तक नमो भारत संचालन का लक्ष्य रखा गया है।
सुबह छह से चलना शुरू होगी नमो भारत
सिविल सर्विसेज परीक्षा के मद्देनजर रविवार को दिल्ली-गाजियाबाद -आरआरटीएस कॉरिडोर पर नमो भारत ट्रेन सेवाएं 16 जून को सुबह 8 बजे की जगह सुबह 6 बजे से आरंभ होंगी। एनसीआरटीसी ने सिविल सर्विस परीक्षा के मद्देनजर यह निर्णय लिया है, ताकि आरआरटीएस कॉरिडोर के आसपास स्थित परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने के लिए आने वाले परीक्षार्थियों को सहूलियत रहे। वर्तमान में आरआरटीएस कॉरिडोर पर गाजियाबाद में साहिबाबाद से मोदी नगर नॉर्थ तक नमो भारत ट्रेनें संचालित हैं। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि छात्रों की सहूलियत को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।