रामनगरी अयोध्या में शनिवार (1 नवंबर) को देवोत्थान एकादशी के पावन अवसर पर पंचकोसी परिक्रमा की शुरुआत सुबह 4 बजकर 2 मिनट पर हुई। यह 15 किलोमीटर लंबी यात्रा रविवार (2 नवंबर) रात 2 बजकर 57 मिनट तक जारी रहेगी। देश के विभिन्न कोनों से आए श्रद्धालु ‘जय श्रीराम’ के उद्घोषों के साथ पूरी नगरी को भक्तिमय वातावरण में सराबोर कर रहे हैं।
परिक्रमा का धार्मिक महत्व
कार्तिक मास की देवोत्थान एकादशी को अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस परिक्रमा के प्रत्येक कदम से पूर्वजन्मों के पाप नष्ट होते हैं और भक्तों को भगवान राम की कृपा सहज रूप से प्राप्त होती है। परिक्रमा मार्ग में कनक भवन, हनुमान गढ़ी और राम जन्मभूमि जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन शामिल हैं। धार्मिक ग्रंथों में इसे मोक्ष प्रदान करने वाली यात्रा बताया गया है।

