नई दिल्ली . दिल्ली सरकार ने इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन में फंसकर महिला की मौत मामले में संज्ञान लेते हुए डीएमआरसी से जांच रिपोर्ट तलब की है.
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री ने इस मामले को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को लेटर लिखा है. गहलोत ने पत्र में डीएमआरसी को निर्देश दिया है कि इस मामले में मेट्रो रेलवे सेफ्टी कमिश्नर की तरफ से जांच रिपोर्ट की कॉपी को सरकार को भेजा जाए. इसके अलावा इस संबंध में जो भी आदेश जारी हो उसे परिवहन मंत्री के साथ शेयर किया जाए. इसके अलावा महिला की मौत के बाद उसके अनाथ बच्चों को मिलने वाले मुआवजा को लेकर संबंधित पॉलिसी की भी जानकारी मांगी है.
कैलाश गहलोत ने कहा कि इंद्रलोक की घटना बेहद दर्दनाक है. इसकी जांच सीएमआरएस कर रहे हैं. मेट्रो को पत्र लिखकर पूछा है कि यह जांच कितने दिन में पूरी होगी. जांच पूरी होने के बाद सीएमआरएस की जांच रिपोर्ट दिल्ली सरकार को भी भेजा जाए. साथ ही, ऐसी मौत के मामले में मुआवजा के प्रावधानों के बारे में भी जानकारी मांगी गई है ताकि पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद मिल सके.
मेट्रो एक्ट में 5 लाख तक मुआवजे का प्रावधान
महिला की मौत के बाद अब उसके परिवार में सिर्फ दो बच्चे ही बचे है. ऐसी घटना की तरफ से मेट्रो एक्ट में मुआवजे का प्रावधान है. इसमें 50 हजार रुपये तत्काल आर्थिक मदद की बात है. मगर, दिल्ली मेट्रो ने अब तक मुआवजा पीड़ित परिवार को नहीं दिया है. मेट्रो के मुताबिक, जांच पूरी होने के बाद ही मुआवजे की राशि तय की जाएगी. मेट्रो एक्ट में अधिकतम 5 लाख तक के मुआवजे का प्रावधान है.
सीएमआरएस आज से जांच शुरू करेंगे
सीएमआरएस मंगलवार से जांच करेंगे. वह शास्त्रत्त्ी पार्क डिपो में तैनात उस ट्रेन की भी जांच करेंगे, जिसके गेट में साड़ी फंसने से महिला की मौत हो गई. घटना के दौरान ट्रेन के अंदर या बाहर मौजूद यात्रियों से भी पूछताछ करेंगे. दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने सूचना जारी करके उन यात्रियों से जांच में गवाही देने के लिए मंगलवार को शास्त्रत्त्ी पार्क डिपो में साढ़े ग्यारह बजे से उपस्थित होने की अपील की है.