भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि रोहित शर्मा प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कल दूसरे सुपर ओवर में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनते हुए रवि बिश्नोई के साथ जाने का साहसिक निर्णय लिया जो सही साबित हुआ। मैच के बाद द्रविड़ ने कहा, मुझे लगता है कि रोहित ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी। शायद उन्होंने यह सोचा होगा कि स्पिनर के दो विकेट लेने की संभावना अधिक है। एक ओवर में 12 रन बनाना मुश्किल नहीं होता। विशेषकर जिस तरह की जानदार शॉट लगाने क्षमता अफगानिस्तान के पास है, उसे देखते हुए तो वह आसानी से इस लक्ष्य तक पहुंच जाते। अफगानिस्तान को रोकने का एकमात्र रास्ता यही था कि उनके दोनों विकेट निकाले जाएं।
द्रविड ने कहा, उन्होंने आज यह दिखाया कि वह किस तरह के खिलाड़ी हैं। हम 22 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुके थे। ड्रिंक्स के दौरान जब मैं स्वयं भी मैदान के अंदर गया तो यही चर्चा हुई थी कि हमें सकारात्मक रहना है। जाहिर तौर पर आप गेम को गति देने के इरादे से मैदान में जाते हैं लेकिन कई बार ऐसे क्षण भी आते हैं जब आपको अपने पैर कुछ समय के लिए पीछे खींचने होते हैं। लेकिन आप इस मैदान पर अधिक देर तक रक्षात्मक रह भी नहीं सकते। क्योंकि आपको पता है कि इस मैदान पर एक बड़े स्कोर की दरकार होती है। जिस तरह से पारी के अंत में बड़े शॉट्स उन्होंने लगाए वह वाकई देखने लायक थे।