Pushpa 2 in Cinemas: हैदराबाद के संध्या थिएटर में 4 दिसंबर को ‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग के दौरान हुई भगदड़ ने एक दुखद मोड़ ले लिया। इस घटना में 39 वर्षीय महिला रेवती की मौत हो गई, जबकि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना तब हुई, जब फिल्म के अभिनेता अल्लू अर्जुन अचानक थिएटर पहुंचे और उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
रेवती अपने पति और दो बच्चों के साथ फिल्म देखने पहुंची थीं। अचानक अल्लू अर्जुन की उपस्थिति की खबर से भीड़ अनियंत्रित हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। दम घुटने से कई लोग बेहोश हो गए, और दुर्भाग्यवश रेवती की जान चली गई। उनके बेटे की हालत नाजुक है और वह अस्पताल में भर्ती है।
इस घटना के बाद अल्लू अर्जुन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, ‘वह मृत महिला के परिवार से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे। इस कठिन समय में परिवार को हर संभव मदद देंगे। रेवती के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा और बेटे के इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया।’ अल्लू अर्जुन ने कहा, “इस घटना ने मुझे गहरे दुख में डाल दिया है। परिवार इस मुश्किल समय में अकेला नहीं है, मैं उनके साथ खड़ा हूं।”
मृतक के परिवार का आरोप
रेवती के पति मोगादमपल्ली भास्कर ने अल्लू अर्जुन और उनकी टीम को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि यदि अल्लू अर्जुन थिएटर में आने की जानकारी पहले दी जाती, तो ऐसी भगदड़ न मचती। भास्कर ने बताया कि उनका बेटा अल्लू अर्जुन का बड़ा फैन है और उसी की जिद पर परिवार फिल्म देखने गया था।
पुलिस में शिकायत और जांच
मृत महिला के परिजनों ने इस मामले में चिक्काडपल्ली पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करवाया। केस में थिएटर प्रबंधन, सिक्योरिटी एजेंसी और अल्लू अर्जुन की टीम को शामिल किया गया है। पुलिस अब जांच कर रही है कि भगदड़ का असली कारण क्या था और क्या सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त थी।
समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना सवाल उठाती है कि ऐसी जगहों पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर कैसे बनाया जा सकता है। इस दुखद घटना ने न केवल एक परिवार को गहरा आघात पहुंचाया है, बल्कि स्टारडम से जुड़े जोखिमों पर भी चर्चा छेड़ दी है।
‘पुष्पा 2’ की स्क्रीनिंग के दौरान हुई यह घटना याद दिलाती है कि सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है। अल्लू अर्जुन द्वारा मदद के वादे से परिवार को कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन यह घटना भविष्य के लिए एक सबक है कि बड़े आयोजन करते समय सुरक्षा प्रबंधन को लेकर सावधानी बरती जाए।