दिल्ली के द्वारका इलाके में नकली भारतीय नोट छापने और सप्लाई करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान अनस खान (20), अमन कुमार (25) और विकास कुमार (24) के रूप में हुई है. इस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका इलाके में नकली भारतीय नोट छापने और सप्लाई करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान अनस खान (20), अमन कुमार (25) और विकास कुमार (24) के रूप में हुई है. इस सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.
पुलिस टीम ने अनस खान को द्वारा मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया. उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से 200 रुपए के 301 नकली नोट बरामद हुए. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. आरोपी सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति के संपर्क में आया था.
इसके बाद उसने नकली नोट सप्लाई करना शुरू कर दिया. आरोपी अनस खान के बयान के आधार पर 6 अगस्त को विकास कुमार और अमन कुमार को पीरागढ़ी मेट्रो स्टेशन से पकड़ा गया, जब वे नकली नोट देने आए थे. विकास को पहले हरियाणा के हिसार में भी गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि विकास कुमार के डीसीएम कॉलोनी स्थित घर से तीन मोबाइल फोन और नकली भारतीय नोट छापने के उपकरण जब्त किए गए हैं. इनमें दो प्रिंटर, एक लैपटॉप, फ्रेम, वॉटरमार्क और स्याही शामिल है. इस मामले की जांच जारी है. आरोपी से पूछताछ चल रही है.
बताते चलें कि इसी साल जनवरी में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 50 लाख मूल्य के नकली नोट के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. इन लोगों ने बाकायदा नकली नोट छापने का एक सेटअप बना रखा था. पिछले 5 साल में 5 करोड़ रुपए के नकली नोट बाजार में चला भी दिए थे.
पकड़ में आए आरोपियों की पहचान आसिफ अली, दानिश अली और सरताज खान के रूप में हुई थी. ये सभी उत्तर प्रदेश के बदायूं के रहने वाले थे. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को कुछ दिन पहले जानकारी मिली थी कि आसिफ नामक एक युवक जाली नोट बाजार में धड़ल्ले से बेच रहा है.
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि बदायूं में उसने बाकायदा एक सेटअप भी बना रखा है. देश के अलग-अलग इलाकों में उन रुपयों को नकली नोट के कारोबारियों को बेच देता है. पुलिस को पता लगा कि आसिफ बड़ी मात्रा में नकली नोट के साथ दिल्ली के अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास आने वाला है.