कन्नौज. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार भले ही युवाओं को रोजगार देने का दावा कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. कन्नौज में एक युवक ने बेरोजगारी से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक ने सुसाइड नोट में लिखा कि क्या फायदा ऐसी डिग्री का जो एक नौकरी न दिला सकी.
कन्नौज जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के भूड पुरवा ग्राम में अपने सभी शैक्षणिक प्रमाणपत्र जलाने के बाद 28 साल के युवक ने बेरोजगारी से परेशान होकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजनों ने कहा कि बृजेश पाल ने हाल ही में पुलिस भर्ती परीक्षा दी थी और पेपर लीक होने से परेशान था. उसने गुरुवार को आत्महत्या कर ली. ‘सुसाइड नोट’ में पाल ने अपनी आत्महत्या करने का कारण बेरोजगारी को बताया है.
सुसाइड नोट में लिखा, मां-बाप मुझे माफ कर देना मैं आपको धोखा देने जा रहा हूं. मेरी मौत के बाद किसी को परेशान न किया जाए. मैं अपनी मौत का जिम्मेदार खुद हूं. मैं अब जीना नहीं चाहिए. मैं अब और जीना नहीं चाहता हूं और आज मैं सबका छोड़ने जा रहा हूं. हो सके तो हमें माफ कर देना. आज का दिन आखिरी है. आज हमने अपनी मां के साथ खाना खाया और हम अपने मां-बाप को धोखा देने जा रहे हैं. पापा का ख्याल रखना और हमारा तुम्हारा इतना ही था. संगीता की शादी अच्छे से करना भले ही हम नहीं रहे हैं. हमने बीएससी के सारे कागज जला दिए हैं. क्या फायदा ऐसी डिग्री का जो एक नौकरी न दिला सकी. हमारी आधी उम्र पढ़ते-पढ़ते निकल गई इसलिए हमारा मनभर गया है.
ये एक बेहद दुखद ख़बर है कि बेरोज़गारी की त्रासदी से निराश होकर कन्नौज में एक युवा बृजेश पाल ने फांसी लगाकर जान दे दी और और ऐसा करने से पहले उसने अपनी सारी डिग्रियां जला डाली।
जीवन देना कोई समाधान नहीं होता, संघर्ष ही समाधान का रास्ता निकालता है। भाजपा सरकार में नौकरी की उम्मीद… pic.twitter.com/9FrHQrk3ec
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 23, 2024
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ये एक बेहद दुखद ख़बर है कि बेरोज़गारी की त्रासदी से निराश होकर कन्नौज में एक युवा बृजेश पाल ने फांसी लगाकर जान दे दी और और ऐसा करने से पहले उसने अपनी सारी डिग्रियां जला डाली. जीवन देना कोई समाधान नहीं होता, संघर्ष ही समाधान का रास्ता निकालता है. भाजपा सरकार में नौकरी की उम्मीद बेमानी है. जो भाजपा अपनी सरकार बनाने के लिए हर हथकंडा अपनाती है, वो नौकरी देने के नाम पर क्यों मुकर जाती है.