पुलिस ने पंजाबी विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया है और विश्वविद्यालय ने दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है जिससे सिख विद्वान भाई काहन सिंह नाभा द्वारा लिखित ‘महान कोश’ की कथित बेअदबी को लेकर विवाद और बढ़ गया है। विश्वविद्यालय ने डॉ. एच.पी.एस. कालरा (प्रभारी, प्रकाशन ब्यूरो एवं प्रेस) और महिंदर भारती (निदेशक, पर्यावरण एवं जैव विविधता विभाग) को ‘महान कोश’ के पुनर्मुद्रित संस्करणों को नष्ट करने में कथित लापरवाही के लिए शुक्रवार को निलंबित कर दिया। विश्वविद्यालय ने हाल के वर्षों में ‘महान कोश’ का पुनर्प्रकाशन किया था लेकिन विद्वानों ने इसके नए संस्करण में कई त्रुटियां उजागर की थीं। इस बीच, पटियाला पुलिस ने विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जगदीप सिंह, अकादमिक मामलों के डीन डॉ. जसविंदर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. दविंदर सिंह, डॉ. कालरा और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 298 (पवित्र ग्रंथों की बेअदबी के कृत्यों को दंडित करने से संबंधित धारा) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि यह प्राथमिकी सात छात्रों की शिकायत पर दर्ज की गई है।
Keep Reading
Add A Comment