भारत की रेसलर विनेश फोगाट की तकदीर जैसे उनसे रूठ गई है, एक वक़्त जहां वह और पूरा देश गोल्ड मैडल के सपने देख रहा था वहीं सिर्फ कुछ ही घंटो में उन्होंने संन्यास की घोषणा भी कर दी।
HIGHLIGHTS
- विनेश फोगाट ने कहा कुश्ती को अलविदा
- पेरिस ओलंपिक फाइनल से हुई थी डिसक्वालीफाई
- CAS से की सिल्वर मैडल की मांग
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
यह शब्द हैं भारत की दंगल गर्ल विनेश फोगाट के, जिस लड़की को कल रात हम पोडियम पर ओलंपिक गोल्ड मेडल के साथ देखना चाहते थे। आज सुबह सुबह उठकर हमे आपको यह बताना पड़ रहा है कि भारत की इस बेटी ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है।
विनेश फोगाट को ज्यादा वजन होने की वजह से फाइनल मैच से अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ एब्रीट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की थी. विनेश ने कहा था कि उन्हें इस इवेंट के लिए सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए। CAS का कुछ ही घंटो में फैसला आजाएगा। अगर विनेश के हक में आता है तो उन्हे सिल्वर मेडल दिया जाएगा अन्यथा नहीं।
विनेश के संन्यास पर पहलवान बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा, “विनेश आप हारी नहीं हराया गया हैं, हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेंगी, आप भारत की बेटी के साथ साथ भारत का अभिमान भी हो.”
वहीं डिसक्वालीफिकेशन की इस घटना के बाद कोच वीरेंदर दहिया और मनजीत रानी, विनेश से मिलने पहुंचे. भारतीय पहलवान ने सिर्फ इतना कहा कि, “यह सब खेल का हिस्सा है.” भारत की इस महिला पहलवान के लिए यह समय बेहद कठिन होगा क्योंकि उन्होंने पहले ही राउंड में डिफेंडिंग ओलंपिक चैंपियन और 4 बार की वर्ल्ड चैंपियन, जापान की युई सुसाकी को हराकर दुनिया में सनसनी फैला दी थी. फाइनल में पहुंचने के बाद उन्होंने भारत के लिए कम से कम सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था, लेकिन डिसक्वालीफिकेशन के बाद उन्हें खाली हाथ घर लौटना पड़ेगा.
कोच ने बताया, “इस खबर ने समूचे भारतीय दल को स्तब्ध कर दिया था. जैसे ही यह खबर फैली, लड़कियों के भीतर एक घबराहट की भावना पैदा हो गई थी. हमने विनेश को संभालने की कोशिश की. उसने बहादुरी से काम लिया है. उसने हमसे कहा, ‘यह खराब किस्मत ही थी कि हम मेडल नहीं जीत सके, लेकिन यह सब खेल का हिस्सा है.’”
भारतीय ओलंपिक संघ ने इस विषय पर स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा था कि, “महिला 50 किलोग्राम कैटेगरी से विनेश फोगाट के डिसक्वालीफिकेशन की खबर के बारे में बताकर बहुत दुख हो रहा है. रातभर अथक प्रयासों के बाद भी उनका वजन कुछ ग्राम अधिक पाया गया.” संघ ने इसके अलावा विनेश फोगाट के प्रति सांत्वना भी प्रकट की।
विनेश के साथ घटी घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विनेश फोगाट के लिए ट्वीट कर लिखा कि विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं।
आज की हार दुख देती है। काश मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर पाता जो मैं अनुभव कर रहा हूँ।
साथ ही, मैं जानता हूँ कि आप लचीलेपन की प्रतिमूर्ति हैं। चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है।
और मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
अब विनेश के फोगाट की पूरी सच्चाई क्या है यह तो वक़्त के साथ ही पता चलेगी। क्योंकि जिस रेसलर का वजन सेमीफाइनल से 49.9 किलो था फाइनल से पहले अचानक उनका वजन 52.7 कैसे हो गया और इसके बाद उन्होंने वजन कम करने की पूरी रात कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाई। और 140 करोड़ सपनो पर 100 ग्राम भारी साबित हो गया। हम उम्मीद करते हैं कि विनेश को उनका न्याय जरूर मिलेगा। देश के साथ इस समय अन्य देशों ने भी विनेश को समर्थन देते हुए CAS से अपील की है कि विनेश को सिल्वर मैडल दिया जाना चाहिए।