अयोध्या। भगवान रामलला की मूर्ति बनाने वाले तीन मूर्तिकारों को पारिश्रमिक दिया गया है। तीनों को सामान धनराशि दी गई है। मंदिर ट्रस्ट ने तीनों मूर्तिकारों को 75-75 लाख रुपए दिए गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक ढाई करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए है। वहीं दान में करोड़ों रुपए चढ़ावा आया है।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास की अध्यक्षता में ट्रस्ट की बैठक हुई। जिसमें अकाउंट डिटेल्स सौंपी गई है। ट्रस्ट ने जानकारी दी अब तक मंदिर को 363 करोड़ मिले हैं, जिसमें बैंक से ब्याज, चढ़ावा आदि शामिल है। इसमें बैंक से ब्याज के रूप में करीब 204 करोड़ शामिल है। बाकी पैसा चढ़ावे से आया है। ट्रस्ट के मुताबिक मंदिर में करीब 20 किलो सोना और 9 कुंतल चांदी भक्तों ने चढ़ाई है।
तीन मूर्तिकारों को मिले 75-75 लाख
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रामलला की मूर्ति बनाने वाले तीनों मूर्तिकारों को 75-75 लाख रुपए 18% GST के साथ दिया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में 37 साल के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति स्थापित की गई है। दूसरे मूर्तिकार गणेश भट्ट को कर्नाटक स्टेट में कई अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। तीसरे मूर्तिकार सत्यनारायण पांडे जयपुर के प्रसिद्ध मूर्तिकार रामेश्वर लाल पांडे के बेटे हैं।
ढाई करोड़ से अधिक भक्तों ने किए दर्शन
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से 7 माह में 2 करोड़ 85 लाख भक्त रामलला के दर्शन कर चुके हैं। सावन महीने में 35 लाख भक्तों ने दर्शन किए हैं। यानी लगभग 1.30 लाख भक्तों ने हर दिन रामलला के दर्शन किए हैं।
अब तक इतने रुपए हुए खर्च
श्री रामलला के मंदिर निर्माण में अब तक 1850 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। मंदिर निर्माण पूरा करने में करीब 850 करोड़ और लगेंगे। मंदिर निर्माण का काम दिन-रात चल रहा है। राम मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर टाइटेनियम का राम दरबार बनाया जाएगा। यहां लगने वाली मुख्य मूर्ति सफेद संगमरमर की होगी।