रांची: हिमाचल के श्रीखंड में बादल फटने से रामपुर क्षेत्र के समेज गांव में तबाही मच गई है। इस तबाही में मौत के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हुई है। इस आपदा में करीब 25 मकान पानी में बह गए, अब तक 7 लोगों की मौत चुकी है और 50 लोग लापता हैं। वहीं, जानकारी मिल रही है कि झारखंड के 4 लोग भी पानी में बह गए हैं।
बताया जा रहा है कि झारखंड के लोग यहां मजदूरी करते थे। इन लोगों में राज कुमार नामक शख्स की पत्नी ममता, उनकी बेटी मुस्कान, रुपनी देवी और अंजली उरांव शामिल हैं। ये सभी झारखंड के किस इलाके के रहने वाले हैं, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। वहीं, बादल फटने की सूचना मिलते ही रामपुर उपमंडल प्रशासन, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड और मेडिकल टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
शिमला के डीसी ने कहा कि हमारी कोशिश शवों को ढूंढने की रहेगी। NDRF, SDRF, लोकल पुलिस, आईटीबीपी, पुलिस और होमगार्ड रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है। डीसी ने कहा कि समेज गांव से काफी दूर तक लोगों के बहने की आशंका है। हिमाचल में सुबह तक का अलर्ट भी है। इसलिए रात में रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया जा सकता।
बता दें कि शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटा है। बुधवार सुबह से ही यहां मूसलाधार बारिश हो रही थी। भारी बारिश की वजह से बुधवार देर रात अचानक बादल फट गया और बाढ़ आ गई, इसकी चपेट में आने से कई घर बह गए। शिमला के पास रामपुर में जब बादल फटे थे तब लोग नींद में थे।