भारत, अमेरिकी शुल्क एवं वैश्विक व्यापार व्यवधानों के नकारात्मक प्रभावों से निपटने के लिए अच्छी स्थिति में है, क्योंकि घरेलू वृद्धि चालक और निर्यात पर कम निर्भरता अर्थव्यवस्था को सहारा दे रही है। रेटिंग एजेंसी मूडीज रेटिंग्स ने बुधवार को बयान में कहा कि निजी खपत को बढ़ावा देने, विनिर्माण क्षमता का विस्तार करने और बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाने की सरकारी पहल से वैश्विक मांग के कमजोर होते परिदृश्य की भरपाई करने में मदद मिलेगी। मुद्रास्फीति में कमी से ब्याज दरों में कटौती की संभावना बनती है, जिससे अर्थव्यवस्था को और अधिक समर्थन मिलेगा, साथ ही बैंकिंग क्षेत्र में नगदी से ऋण देने में सुविधा होगी।
Trending
- Qaumi Patrika, Monday, 30th June 2025
- Qaumi Patrika, Sunday , 29th June 2025
- अमरनाथ यात्रा के लिए अर्धसैनिक बलों की 180 से अधिक कंपनियां तैनात, श्रद्धालुओं के लिए लंगर और ठहरने का हैं पूरा इंतजाम
- सुखोई 30MKI- S-400 डील पक्की, रुसी रक्षामंत्री और राजनाथ सिंह की बैठक के बाद आया बड़ा अपडेट, बचे यूनिट की जल्द आएगी खेप
- कांटा लगा गर्ल’ नाम से फेमस एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला का 42 साल की उम्र में हुआ निधन, हार्ट अटैक बनी मौत की वजह
- शेफाली जरीवाला के निधन से सदमे में सितारे, अली गोनी से लेकर मीका सिंह तक ने दी श्रद्धांजलि
- कड़ी सुरक्षा के बीच गुंडिचा मंदिर पहुंचा बलभद्र का रथ, पहले दिन ही 600 श्रद्धालु हुए घायल
- अतीक अहमद की मौत के बाद फिर सक्रिय हुआ उसका गैंग, साढ़ू समेत 8 के खिलाफ मुकदमा दर्ज