अयोध्या, कौमी पत्रिका । ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष एमएस बिट्टा ने कहा कि अब तक रामलला से जो भी मांगा, वह पूरा हुआ। जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो गया। प्राण प्रतिष्ठा के महापर्व में देश दुनिया के लोगों ने शिरकत की। उन्होंने रामलला और हनुमान जी से कामना की है कि राम मंदिर की तरह जल्द ही काशी और मथुरा का उद्धार हो तथा प्रधानमंत्री मोदी को लंबी उम्र मिले जिससे वह राष्ट्र और धर्म तथा जवान और किसान की सेवा कर सकें।
वह शनिवार को शहर के एक होटल में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा की न तो उनका भाजपा से कोई लेना-देना है और ना ही किसी अन्य राजनीतिक दल से। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनकी जान जाते-जाते बची थी, वह आज जिंदा है तो पीएम मोदी और तत्कालीन जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी के चलते।
अब वह अपनी बोनस की जिंदगी जी रहे हैं। कांग्रेस शासन काल में जब रामसेतु को तोड़ने की कोशिश हुई थी तो वह अपनी जान देने के लिए अड़ गए थे। राम मंदिर मामले में भी कुर्बानी देने की बात कही थी। उनको मिशन भगवान खुद ही देते हैं। वह तब भी अयोध्या आए थे जब गोली बम चला था और अक्सर आते रहते हैं।
खालिस्तान समर्थक पन्नू को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि पन्नू पाक के टुकड़ों पर पल रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान धमकी दी और अमेरिका कनाडा के मंदिरों में आपत्तिजनक बातें लिखी गई। बिट्टा ने कहा उनके लिए राष्ट्र प्रथम और भारत एक है, उनकी लाश पर ही खालिस्तान बन सकेगा। भटके हुए लोगों का या सपना कभी पूरा नहीं होगा। कनाडा तो खालिस्तान जैसा बन गया है, अगर उनको खालिस्तान बनाना ही है तो पाकिस्तान के लाहौर में बनाएं।
बिट्टा ने विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा, कहा कि वह लोग इसलिए प्राण प्रतिष्ठा में नहीं आए कि जनता और संत महंत उनसे सवाल पूछते कि आपके राज में राम मंदिर का निर्माण क्यों नहीं हुआ? 370 क्यों नहीं हटी? कश्मीर की समस्या किसने पैदा की? रामलला टाट में क्यों पड़े रहे?
उन्होंने पीएम योगी की भी तारीफ की और कहा कि प्रदेश के विकास और कानून व्यवस्था के चलते आज पंजाब हरियाणा के लोग यहां निवेश करने आ रहे हैं।अयोध्या की सूरत बदल गई है और त्रेता काल जैसा आभास दे रही है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सिख समाज की ओर से पर्याप्त भागीदारी न होने पर उन्होंने अफसोस जताया।
हरमिंदर साहब में सभी वर्गों के लोग जाते है, फिर राम मंदिर से सिख समाज को नफरत क्यों ? राम सबके हैं और सबके रहेंगे। साथ ही कहा कि देश के मुसलमान ने राम मंदिर मामले में संयम और धर्मनिरपेक्षता का परिचय दिया। इसी तरह उनका राष्ट्रपति के पास जाना चाहिए और काशी मथुरा हिंदू भाइयों के हवाले कर देना चाहिए।