लखनऊ: समाजवादी पार्टी के कद्दावार नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफा के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अभी अखिलेश यादव रास्ते से भटके हैं। सही रास्ते पर आएंगे तो स्वागत करूंगा। कथनी-करनी में अंतर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे लिए पद से बड़ा विचारधारा है, विचाराधारा के चलते पद छोड़ा है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र देने के एक सप्ताह बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर खुद यह जानकारी दी। उन्होंने ‘एक्स’ पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और विधान परिषद के सभापति के नाम संबोधित त्यागपत्र के अलग-अलग पन्नों को साझा किया है।
मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ किंतु 12 फरवरी को हुई वार्ता और 13 फरवरी को प्रेषित पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता के लिए पहल नहीं करने के परिणामस्वरूप मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी त्याग पत्र दे रहा हूं।” विधान परिषद के सभापति को लिखे पत्र में मौर्य ने कहा, ‘‘ मैं सपा के प्रत्याशी के रूप में विधानसभा, उप्र निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य, विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुआ। चूंकि मैंने सपा की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है, इसीलिए नैतिकता के आधार पर विधान परिषद, उप्र की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं।”