हिंसा के बाद जिले में प्राचीन मंदिरों, तीर्थ स्थलों, बावड़ियों और कुओं के संरक्षण का काम तेजी से किया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रशासन ने एएसआई संरक्षित धरोहरों को संवारने का भी बीड़ा उठाया है। इसमें सौंधन मोहम्मदपुर गांव की 500 साल पुरानी ऐतिहासिक धरोहर किला भी शामिल है।
बुधवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम इस किले पर पहुंची और इसका सर्वेक्षण किया। एएसआई संरक्षित इस किले का हाल ही में डीएम और एसपी ने निरीक्षण किया था। इस दौरान किले की जमीन पर अवैध कब्जा पाया गया था। जिसे लेकर अधिकारियों ने अवैध कब्जे हटाने के निर्देश दिए थे।
अतिक्रमणकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
बता दें कि संभल जिले में एएसआई द्वारा संरक्षित 6 ऐतिहासिक धरोहरें हैं। इनमें संभल तहसील क्षेत्र के गांव सोंधन मोहम्मदपुर का किला भी शामिल है। 4 जनवरी को डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने इस ऐतिहासिक किले और कुएं का निरीक्षण किया था। खंडहर में तब्दील हो चुके इस भवन के आसपास लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इस पर अधिकारियों ने कड़ी नाराजगी जताई थी।
अधिकारियों ने सख्त निर्देश दिए थे कि जिन लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है, वे इसे हटा लें। साथ ही जिला प्रशासन ने एएसआई संरक्षित भवन के सुंदरीकरण की बात कही थी। डीएम ने इस संबंध में एएसआई को पत्र लिखा था। इसके बाद बुधवार को एएसआई की तीन सदस्यीय टीम गांव पहुंची। इस दौरान टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक किले और कुएं का बारीकी से सर्वे किया। माना जा रहा है कि अब इस किले के जीर्णोद्धार का रास्ता साफ हो गया है। ऐतिहासिक किला करीब 500 साल पुराना बताया जाता है। रखरखाव के अभाव में यह ऐतिहासिक भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है। हालांकि, अब जिला प्रशासन सभी धरोहरों को संरक्षित करने पर काम कर रहा है।