Bhalswa Dairy: दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में सड़कों पर उतरी हजारों लोगों की भीड़ जोरदार प्रदर्शन कर रही है एक निजी एनजीओ द्वारा शिकायत करने के बाद डेयरी को खाली करने और तोड़फोड़ करने के आदेश के कुछ दिन पहले मकानों को खाली करने और तोड़ने के नोटिस दिए थे जिसके बाद आज इलाके में पीला पंजा है उसी के बाद पूरे इलाके में डर और गुस्से का माहौल लोगों को सताने लगा है अपने घरों को बचाने के लिए हजारों की संख्या में सड़कों पर उतरे लोग अब प्रदर्शन कर रहे है। बड़ी मात्रा में पुलिस बल की भी की गई तैनाती है।
दरअसल आपको बता दें 9 अगस्त को HC में भलस्वा डिमोलेशन कार्यवाही को लेकर सुनवाई हुई थी जिसमें HC की तरफ से दिशा निर्देश जारी किए गए थे कि 16 अगस्त को भलस्वा डेरी संबंधित दस्तावेज और एफिडेविट बनवाकर कोर्ट में सबमिट कराया जाए । तब तक के लिए डिमोलेशन की कार्रवाई पर कहीं ना कहीं रोक लगाती हुई नजर आई थी लेकिन कल नगर निगम के DC की तरफ से भलस्वा डेयरी में डिमोलिशन की कार्यवाही फरमान जारी किया गया की आज यानी सुबह से बालेश्वर डायरी में नगर निगम की तरफ से डिमोलेशन की कार्यवाही शुरू की जाएगी। आज सुबह 6:00 बजे ही यहां पर MCD का यमला जेसीबी और फोर्स के साथ पहुंचा जिसे देखकर यहां के लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया और भलस्वा डेरी में रहने वाले हजारों लोगों ने झील की मुख्य सड़क को जाम कर फोर्स को झील पर ही रोक दिया।
जानकारी के मुताबिक, एक निजी संस्था संचालिका सुनैना सिंबल की तरफ से भलस्वा डेरी में हो रहे पशुपालन पर आपत्ति जताते हुए एक रिपोर्ट तैयार की गई थी जिसमें बताया गया था कि जो भलस्वा डेरी में पशुपालन हो रहा है उन पशुओं का दूध पीने योग्य नहीं है क्योंकि में एक तरफ भलस्वा डेयरी में प्रदूषित झील है तो दूसरी तरफ भलस्वा लैंडफिल साइड है जिसके चलते यहां का वातावरण हमेशा प्रदूषित रहता है और अक्सर आवारा पशु कूड़े के ढेर पर देखे जाते हैं। जिसके चलते निजी NGO चलाने वाली सुनैना सिब्बल ने कोर्ट में शिकायत की केस में भलस्वा डेयरी को यहां से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए ताकि पशु क्रूरता ना हो सके जिसके लेकर भलस्वा डेयरी में हंगामा चल रहा है