कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में गुरुवार को 12 डॉक्टरों को निलंबित कर दिया और राज्य के स्वामित्व वाले मेदिनीपुर अस्पताल में कथित रूप से नकली सलाइन चढ़ाने से एक युवा मां और नवजात शिशु की मौत की सीआईडी जांच के आदेश दिए।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री, जो राज्य की स्वास्थ्य मंत्री भी हैं, ने कहा कि सीआईडी द्वारा जांच होने तक चिकित्सकों को निलंबित कर दिया गया है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर फैसला सुनाते हुए इस मुद्दे पर राज्य सरकार को फटकार लगाई थी और राज्य को शोक संतप्त परिवारों को मुआवजा देने का निर्देश दिया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई की।
बनर्जी ने प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना उस दिन ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों की लापरवाही ह से हुई। हम नहीं जानते कि अगर अन्य मरीज उनके पास जाते तो क्या होता। इसलिए यह दंडात्मक कार्रवाई की गई।
बनर्जी ने नबन्ना में संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार डॉक्टरों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी।