Noida News : शहर को हरित और मनोरम बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने 100 करोड़ रुपये की लागत से चार थीम-आधारित सिटी पार्कों के विकास की योजना बनाई है। इन पार्कों में वेस्ट टू वंडर पार्क, जापानी पार्क, डी-पार्क और डियर पार्क शामिल हैं। प्राधिकरण जल्द ही इन पार्कों के निर्माण के लिए एजेंसियों का चयन करेगा। यह जानकारी प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी वंदना त्रिपाठी ने शुक्रवार को दी।
निविदाओं की प्रक्रिया शुरू
वंदना त्रिपाठी ने बताया कि प्राधिकरण सेक्टर 62 में डी-पार्क और सेक्टर 94 में जापानी पार्क के विकास के लिए दो निविदाएं जारी करने जा रहा है। इन दोनों पार्कों की विकास प्रक्रिया के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और जल्द ही एजेंसियों के लिए निविदाएं जारी की जाएंगी। एक बार निविदा प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, साइट पर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। प्राधिकरण का लक्ष्य है कि एक वर्ष के भीतर इन पार्कों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए।
डी-पार्क और जापानी पार्क का विकास
प्राधिकरण ने डी-पार्क में जल निकाय और तितली गुंबद विकसित करने की योजना बनाई है, जिसे 2010 में स्थापित किया गया था, लेकिन ये दोनों सुविधाएं अब तक अधूरी थीं। त्रिपाठी ने बताया, “एजेंसी के चयन के बाद हम 20 करोड़ रुपये के बजट से डी-पार्क के सभी अधूरे कार्य पूरे कर लेंगे।” सेक्टर 94 में ओखला पक्षी अभयारण्य मेट्रो स्टेशन के बगल में 14 एकड़ में फैले जापानी पार्क के विकास पर भी 20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस पार्क में दो जल निकाय, छह झोपड़ियाँ, जॉगिंग ट्रैक, आगंतुक केंद्र और पार्किंग जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी-रुड़की) ने इस पार्क की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी है, जिससे निविदा प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है।
हिरण पार्क और वेस्ट टू वंडर पार्क की योजनाएं
प्राधिकरण ने सेक्टर 91 में हिरण पार्क के विकास के लिए 40 करोड़ रुपये और वेस्ट टू वंडर पार्क के लिए 20 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। हिरण पार्क के लिए पर्यावरण मंजूरी मिलने के बाद ही काम शुरू होगा। वेस्ट टू वंडर पार्क को एक निजी एजेंसी द्वारा विकसित किया जा रहा है, जो थीम-आधारित ग्रीन जोन में अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग करके 500 टन कचरे को रिसाइकिल करेगी। यह पार्क 4डी डिजाइन अवधारणा पर आधारित होगा, जिसमें चिड़ियाघर के रास्ते पर लोहे और प्लास्टिक के कचरे से बनी लगभग 800 जानवरों की मूर्तियां प्रदर्शित की जाएंगी।
वेस्ट टू वंडर पार्क में विशेष आकर्षण
इस पार्क में जंगल ट्रेल की योजना बनाई गई है, जहां विभिन्न प्रकार के जानवरों जैसे हाथी, पेंगुइन, शेर, जिराफ, पक्षी, बत्तख, राजहंस, जंगली भैंस, डायनासोर, गैंडे, मोर, भालू और कोआला आदि की मूर्तियां प्रदर्शित की जाएंगी। इन मूर्तियों को जल, रेगिस्तान, बर्फ और घने जंगलों में रहने वाले जानवरों की विविधता को दर्शाने के लिए तैयार किया जाएगा।
शहर को मिलेगा नया स्वरूप
नोएडा प्राधिकरण की इस योजना से शहर में हरियाली को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही पर्यटकों और निवासियों के लिए आकर्षक मनोरंजन स्थलों का विकास होगा। इन पार्कों का निर्माण न केवल पर्यावरण को संरक्षण देने के उद्देश्य से किया जा रहा है, बल्कि यह नागरिकों के लिए एक स्वस्थ और आनंददायक वातावरण भी प्रदान करेगा।