BJP Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदुओं को एकजुट करने के लिए एक के बाद एक बयान दिए हैं। सीएम योगी ने कहा था कि बंटेंगे तो कट जाएंगे, वहीं पीएम मोदी ने चेतावनी दी कि बंटेंगे तो बंटने वाले सभा करेंगे। इसके अलावा मोहन भागवत ने सीधे तौर पर कहा कि हिंदू समाज को अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा।
बीजेपी और आरएसएस बार-बार हिंदुओं को एकता का संदेश देकर आगाह कर रहे हैं और बता रहे हैं कि एकजुट रहने में ही भलाई है। मोहन भागवत ने शनिवार को राजस्थान के बारां में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम यहां प्राचीन काल से रह रहे हैं। हिंदू सभी को गले लगाते हैं। वे निरंतर संवाद के जरिए सद्भाव से रहते हैं। हिंदू समाज को भाषा, जाति और क्षेत्रीय विवादों को दूर कर अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा।
‘हम बंटेंगे तो बंटने वाले सभा करेंगे’- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र में कांग्रेस पर निशाना साधकर अपने वोटरों को सीधा संदेश भी दिया था। कांग्रेस पर समाज को बांटने का आरोप लगाते हुए पीएम ने कहा था कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों का एक ही मिशन है, समाज को बांटो और सत्ता पर कब्जा करो। इसलिए अपनी एकता को देश की ढाल बनाना होगा, हमें याद रखना होगा कि अगर हम बंटे तो बांटने वाले लोग सभा करेंगे। आरएसएस और बीजेपी लोगों से एकजुट रहने की अपील कर रहे हैं, लेकिन विपक्ष बौखलाया हुआ है। विपक्ष को एकता की बात रास नहीं आ रही है और वो बीजेपी नेताओं पर समाज को हिंदू और मुस्लिम में बांटने का आरोप लगा रहा है।
क्या है इसका मतलब?
दरअसल, कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही बांट रहे हैं। ये लोग जिस विचारधारा को मानते हैं, उसमें नाम के लिए हिंदू समाज है, लेकिन जाति पहले और धर्म बाद में आता है। जब ये खुद बांटने का काम करेंगे तो एकजुट कैसे होंगे। दरअसल, सीएम योगी, पीएम मोदी और मोहन भागवत के बयान ऐसे समय में आए हैं। जब हिंदू वोटर बीजेपी से छिटकते नजर आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को भारी गिरावट का सामना करना पड़ा था। 400 पार का नारा देकर मैदान में उतरी भारतीय जनता पार्टी सिर्फ 240 पर सिमट गई थी।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव में भी बीजेपी का हिंदू फैक्टर काम नहीं आया और एग्जिट पोल में भी उसे हार मिलती दिख रही है। ऐसे में बीजेपी हिंदू वोटरों को एकजुट करने में जुटी है और इसके लिए उसके फायरब्रांड नेताओं ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है।