भारतीय बल्लेबाज करुण नायर तीन सीजन बाद कर्नाटक टीम में वापसी करने जा रहे हैं। नायर पिछले दो सीजन से विदर्भ के साथ थे। उन्हें सोमवार शाम विदर्भ क्रिकेट संघ से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मिला, जिससे वह अपनी मूल राज्य टीम के लिए फिर से खेल सकेंगे। नायर की कर्नाटक वापसी ऐसे समय में हो रही है जब उनके प्रदर्शन का स्तर पहले की तुलना में काफी ऊपर पहुंच चुका है।
इस साल की शुरुआत में विदर्भ को तीसरा रणजी ट्रॉफी खिताब जिताने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने 16 पारियों में 53.93 की औसत से चार शतकों की मदद से 863 रन बनाए थे, जिसकी बदौलत उन्हें आठ साल बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी का मौका मिला। इनमें केरल के खिलाफ फाइनल में खेली गई विजयी शतकीय पारी भी शामिल है।
दिलचस्प बात यह है कि 2021-22 में जब नायर को कर्नाटक टीम से बाहर किया गया था, तब केरल उन्हें अपने साथ लेना चाहता था। नायर ने 50 ओवर के विजय हजारे ट्रॉफी में रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन किया। उन्होंने विदर्भ की कप्तानी करते हुए टीम को उपविजेता बनाया और आठ पारियों में 124.01 के स्ट्राइक रेट से 779 रन बनाए, जिसमें लगातार पांच शतक शामिल है।