राष्ट्रीय महिला आयोग ने शनिवार को चेन्नई के अन्ना विश्वविद्यालय में 19 वर्षीय छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न की जांच के लिए दो सदस्यीय तथ्य खोज समिति का गठन किया। विज्ञप्ति के अनुसार, समिति मामले की जांच करेगी, घटना के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की जांच करेगी और अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई का आकलन करेगी। समिति तथ्यों का पता लगाने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के उपायों का प्रस्ताव करने के लिए संबंधित अधिकारियों, पीड़िता, उसके परिवार, दोस्तों और विभिन्न गैर सरकारी संगठनों से भी बातचीत करेगी।
आयोग ने अन्ना विश्वविद्यालय में एक छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न का स्वत: संज्ञान लिया है। इसने इस संबंध में तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पहले ही नोटिस जारी कर दिया है। तथ्यान्वेषी समिति के सोमवार, 30 दिसंबर को चेन्नई जाने की संभावना है। दो सदस्यीय समिति में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी और महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी तथा एनएचआरसी के महाराष्ट्र और गोवा क्षेत्र के विशेष प्रतिवेदक प्रवीण दीक्षित (सेवानिवृत्त) शामिल हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने चेन्नई के अन्ना विश्वविद्यालय में एक परेशान करने वाली घटना के बारे में मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है।
चेन्नई पुलिस ने बताया कि अन्ना विश्वविद्यालय की द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ सोमवार रात अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया। मामले के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। 23 दिसंबर को पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में छात्रा ने आरोप लगाया कि सोमवार रात करीब 8 बजे जब वह परिसर में अपने दोस्त से बात कर रही थी, तब एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे धमकाया और उसका यौन उत्पीड़न किया। शिकायत के आधार पर कोट्टूरपुरम एडब्ल्यूपीएस में मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।