पीलीभीत के पूरनपुर कोतवाली क्षेऊ में पंजाब और यूपी पुलिस री संयुक्त टीम ने तीन खालिस्तानी आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। बता दें इन आतंकियों ने पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड और बम स हमला किया। अब वहीं NIA को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। NIA ने नामिल खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह लांडा के कारीबी सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है।
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लांडा का प्रमुख सहयोगी गिरफ्तार
पंजाब आतंकी साजिश मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ लांडा और गैंगस्टर बचितर सिंह उर्फ पवितर बटाला के प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया। पंजाब के गुरदासपुर निवासी जतिंदर सिंह उर्फ ज्योति को NIA द्वारा व्यापक तकनीकी और जमीनी प्रयासों के बाद मुंबई से गिरफ्तार किया गया। जुलाई 2024 में हथियार आपूर्तिकर्ता बलजीत सिंह उर्फ राणा भाई की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार है।
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NIA ने की कार्रवाई
आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने जतिंदर की पहचान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के विदेश स्थित लांडा द्वारा गठित आतंकी गिरोह के सदस्य और बटाला के सहयोगी के रूप में की है, जो लांडा का करीबी सहयोगी है। NIA की जांच के अनुसार, जतिंदर सिंह पंजाब में लांडा और बटाला के जमीनी गुर्गों को हथियार मुहैया करा रहा था।
मामला दर्ज कर आगामी जांच जारी
एनआईए ने एक बयान में कहा, “जतिंदर सिंह मध्य प्रदेश के आपूर्तिकर्ता बलजीत सिंह उर्फ राणा भाई से हथियार खरीद रहा था, जिसके खिलाफ हाल ही में इस मामले में आरोप पत्र दाखिल किया गया है।” एनआईए की जांच में यह भी पता चला है कि जतिंदर सिंह ने एमपी से दस पिस्तौलें लाकर पंजाब के लांडा और बटाला के गुर्गों को दी थीं। “उसने एमपी से पंजाब में और अधिक हथियारों की तस्करी करने की योजना बनाई थी, लेकिन पिछले कई महीनों से एनआईए के निरंतर तलाशी अभियानों के कारण उसकी योजना विफल हो गई।” जतिंदर की गिरफ्तारी एनआईए द्वारा हथियारों, गोला-बारूद, विस्फोटकों आदि की तस्करी को रोकने और भारतीय धरती पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने के माध्यम से आतंक-गैंगस्टर गठजोड़ को खत्म करने के प्रयासों में एक बड़ा कदम है।