राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रौद्योगिकी संस्थानों के छात्रों से कहा है कि उन्हें आविष्कार करते समय इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए कि समाज पर इसका कितना सकारात्मक प्रभाव होगा और इसकी उपयोगिता क्या होगी।मुर्मु ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) दिल्ली के पांचवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एनआईटी बहु-विषयी शिक्षा, नवोन्मेष, अनुसंधान, उद्यम क्षेत्रों के साथ सहयोग और कौशल-जनित शिक्षा को बढ़ावा देकर छात्रों को भविष्योन्मुखी आवश्यकताओं की दिशा में सक्षम बना रहा है।
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